वृद्धाश्रम में दादी-पोती के मिलन की वायरल तस्वीर का सच आया सामने, पढ़ें क्या है असल माजरा
By स्वाति सिंह | Updated: August 22, 2018 20:37 IST2018-08-22T20:37:29+5:302018-08-22T20:37:29+5:30
लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल पोती-दादी की तस्वीर 11 साल पुरानी है।

वृद्धाश्रम में दादी-पोती के मिलन की वायरल तस्वीर का सच आया सामने, पढ़ें क्या है असल माजरा
नई दिल्ली, 22 अगस्त: बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक तस्वीर खूब वायरल हुई थी। इस तस्वीर में एक स्कूल ड्रेस पहनी छात्रा एक बुजुर्ग महिला के पास बैठे रो रही थी। इस तस्वीर में बुजुर्ग महिला को छात्रा की दादी बताया जा रहा था। बताया गया था कि बच्ची जिस स्कूल में पढ़ती थी, उस स्कूल ने बच्चों के लिए वृद्धाश्रम का ट्रिप प्लान किया था। बच्चों को ट्रिप में एक वृद्धाश्रम ले जाया गया। जहां एक बच्ची को उसकी दादी मिल गई।
लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल इस तस्वीर का सच कुछ और ही है। दरअसल, यह तस्वीर 11 साल पुरानी है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह तस्वीर 2007 में कलपिट एस भाचेच ने खिंची थी। और असलियत में दोनों पोती-दादी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अहमदाबाद की रहने वाली भक्ति ने बताया कि वह वृद्धाश्रम में जाकर अपनी दादी से बातचीत कर रही थी। उसी दौरान फोटोग्राफर ने यह तस्वीर ली थी। भक्ति ने बताया कि उनकी दादी वृद्धाश्रम में अपनी मर्जी से रह रही थी। भक्ति ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि उनकी दादी उसी वृद्धाश्रम हैं'। तभी अचानक देख कर वह रो पड़ी।
बता दें कि इस तस्वीर में दिखाया गया है कि वृद्धाश्रम में दादी को देखते ही बच्ची उनके सीने से लिपटकर रोने लगी है। वहीं दादी भी अपनी पोती को देखकर फूट-फूट कर रोने लगी। वायरल पोस्ट के मुताबिक बच्ची अकसर अपने माता-पिता से दादी के बारे में पूछती थी। बेटी के इस सवाल पर माता-पिता उसे ये बात कह कर शांत करा देते थे कि उसकी दादी अपने किसी रिश्तेदार के पास रहने के लिए चली गईं हैं। दरअसल बच्ची के मां-बाप ही उसकी दादी को वृद्धाश्रम में छोड़कर आए थे।