लाइव टीवी शो में संबित पात्रा ने NPR-NRC पर कही ऐसी बात कि हंसने लगे CPM नेता मो. सलीम, वायरल हुआ वीडियो
By पल्लवी कुमारी | Updated: December 26, 2019 10:56 IST2019-12-26T10:56:49+5:302019-12-26T10:56:49+5:30
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने लाइव टीवी डिबेट में कहा कि 'पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि मैं 100 पैसा गरीब के लिए भेजता हूं तो उसमें से 80 पैसा रास्ते में खत्म हो जाता है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 100 पैसे सीधे गरीब को भेजने की बात करते हैं।'

लाइव टीवी शो में संबित पात्रा ने NPR-NRC पर कही ऐसी बात कि हंसने लगे CPM नेता मो. सलीम, वायरल हुआ वीडियो
संशोधित नागरिकता कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (NRC) का बवाल खत्म ही नहीं हुआ था कि अब मोदी सरकार ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के अपडेशन को मंजूरी दे दी है। इसी बात को लेकर बीते दिन आज तक के चैनले पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और सीपीआई (एम) नेता मो. सलीम जमकर की तीखी बहस हुई। लाइव टीवी डिबेट का मुद्दा था क्या मोदी सरकार एनपीआर के जरिए देशभर में एनआरसी की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही है? एनपीआर और एनआरसी क्या एक ही है। लेकिन लाइव टीवी शो में बहस के दौरान संबित पात्रा ने कुछ ऐसा कहा कि सीपीएम नेता मो. सलीम हंस पड़े। जिसका वीडियो ट्विटर पर वायरल हो गया है।
डिबेट को आजतक की एंकर चित्रा त्रिपाठी होस्ट कर रही थीं। एंकर ने संबित पात्रा से एनपीआर के जरिए देशव्यापी एनआरसी लाने के बारे में सवाल पूछा। इस सवाल पर पात्रा ने यूं तो बहुत बातें कहते हैं। उन्होंने कहा, 'पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि मैं 100 पैसा गरीब के लिए भेजता हूं तो उसमें से 80 पैसा रास्ते में खत्म हो जाता है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 100 पैसे सीधे गरीब को भेजने की बात करते हैं। साल 2011 में जब कांग्रेस की सरकार थी उन्होंने कहा था कि कानून के हिसाब से एनआरसी एनपीआर का ही सबसेट है। मतलब एनआरसी होगा और वह भी एनपीआर के माध्यम से।'
विपक्ष को NPR क्यों खराब लगने लगा?
— आज तक (@aajtak) December 25, 2019
देखिए #हल्ला_बोल, @chitraaum के साथ
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संबित पात्रा के इतना बोलते ही एंकर उनको बीच में ही रोक देती हैं और कहती हैं तो क्या कांग्रेस चाहती है कि देशभर में एनआरसी हो बीजेपी नहीं चाहती क्या? इस सवाल को सुनते ही सीपीएम नेता जोर-जोर से हंसने लगते हैं। इसके बाद संबित पात्रा ने कहा, ''कांग्रेस ने तो 2011 में यह लिखित रूप में कहा था कि एनआरसी और एनपीआर के जरिए होगा। विपक्ष के सवाल पर क्या हम देश के गरीबों का नहीं सोचेंगे क्या? देखिए एक बात कहता हूं तर्क होता है वितर्क होता है लेकिन वितंडाबाद का कोई उत्तर नहीं होता।''
एनपीआर के लिए 2010 में डेटा एकत्रित किया गया था जिसे 2015 में अपडेट किया गया था। हालांकि सरकार दावा कर रही है कि एनपीआर और एनसीआर का कोई संबंध नहीं है। सरकार ने कहा है कि एनआरसी पर बात करना कोई जरूरी नहीं है।