भारतीय खोजी पत्रकार राणा अय्यूब सोशल मीडिया पर फिर से चर्चाओं में है। ट्विटर पर राणा अय्यूब ट्रेंड कर रही है। राणा अय्यूब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में होने वाले हाउडी मोदी' कार्यक्रम की वजह से चर्चाओं में हैं। साल 2002 में गुजरात दंगों पर किताब 'गुजरात फाइल्स: एनाटॉमी ऑफ अ कवर-अप' लिख कर भी ये चर्चाओं में आईं थी। पत्रकार गौरी लंकेश ने राणा अय्यूब की किताब 'गुजरात फाइल्स' का कन्नड़ में अनुवाद किया था।
ट्विटर पर राणा अय्यूब उस वक्त चर्चा में आ गईं, जब भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद तुलसी गबार्ड ने राणा अय्यूब के द्वारा शेयर की गई एक खबर को अफवाह और झूठा बता दिया था। असल में राणा अय्यूब ने ट्वीट कर कहा था कि 22 सितंबर 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में अमेरिका में होने वाले ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में तुलसी गबार्ड ने शामिल होने से इनकार कर दिया है। पीएम मोदी का यह कार्यक्रम अमेरिका के ह्यूस्टन स्थित टेक्सास इंडिया फोरम के एनआरजी स्टेडियम में होने वाला है। इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल होने वाले हैं।
राणा अय्यूब के इसी ट्वीट को रिट्वीट करते हुये कांग्रेस सांसद तुलसी गबार्ड ने कहा, 'इस लेख में छपी खबर गलत है, मैं ह्यूस्टन में होने वाले कार्यक्रम में इसलिए शामिल नहीं हो पाऊंगी क्योंकि मेरे राष्ट्रपति चुनाव से संबंधित कई चुनावी अभियान पहले से ही तय हैं। हालांकि मैं अमेरिका दौरे पर पीएम मोदी से मिलने की उम्मीद कर रही हूं, इस दौरान मैं दुनिया के सबसे पुराने और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के बीच मजबूत साझेदारी और संवाद को बनाए रखने के महत्व पर चर्चा करना चाहती हूं।'
इसी वजह से सोशल मीडिया पर राणा अय्यूब ट्रेंड करने लगी है। सोशल मीडिया पर लोग राणा अय्यूब के गलत खबर शेयर करने पर आलोचना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि राणा अय्यूब को अपनी इस हरकत के लिये माफी मांगनी चाहिए।
राणा अय्यूब के लिए ट्विटरबाज जोक्स और मीम्स भी शेयर कर रहे हैं।