कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने बिहार, असम और उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति को लेकर दो तस्वीरों के साथ एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ताओं और नेताओं से अपील की है कि इन राज्यों में बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद करें। प्रियंका ने जो दो तस्वीरें ट्वीट की है, उसमें बाढ़ की भयावह स्थिति नजर भी आ रही हैं। इसमें घर और खेत बाढ़ के पानी में डूबे हुए नजर आ रहे हैं।
वहीं, दूसरी तस्वीर में एक शख्स गर्दन तक पानी में डूबा हुआ है और हाथ में डंडा लिए किनारे की ओर जाने का प्रयास कर रहा है। इस शख्स का दूसरा हाथ एक तैरने वाली चीज को पकड़े हुए है, जिस पर कुछ अनाज और दूसरे जरूरत के सामान है। हालांकि, प्रियंका ने जो दोनों तस्वीरें शेयर की हैं, वे पुरानी हैं। इनका बाढ़ के मौजूदा हालात से कोई लेना-देना नहीं है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार इस ट्वीट में एक तस्वीर साल 2019 की है जबकि दूसरी तस्वीर साल 2017 की है। पहली तस्वीर पीटीआई की है। वहीं, दूसरी तस्वीर से जुड़ा एक आर्टिकल भी हिंदुस्तान टाइम्स के वेब पेज पर 31 अगस्त, 2017 का नजर आता है। साथ ही ये तस्वीर बिहार के अररिया जिले की बताई गई है।
ट्विटर यूजर्स ने भी प्रियंका गांधी के इस ट्वीट की गलती पकड़ ली और उन्हें याद दिलाया कि ये तस्वीरें पुरानी हैं। वहीं, कई यूजर्स ने गलत तस्वीर शेयर करने पर प्रियंका गांधी की आलोचना भी की।
बता दें कि असम में बाढ़ संबंधी घटनाओं में कम से कम 84 लोगों की मौत हो गई है। राज्य के 33 जिलों में से 24 जिलों के करीब 25.29 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से सर्वाधिक 4.53 लाख लोग गोलपाड़ा में प्रभावित हुए हैं। बारपेटा में 3.44 लाख लोग और मोरीगांव में 3.41 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं बिहार में भी कम से कम 8 जिले बुरी तरह बाढ़ से प्रभावित हैं।