मध्य प्रदेश के इंदौर में बेटमा गांव के लोगों ने एक शहीद के परिवार वालों के लिए जो किया है, उसकी हर तरफ तारीफ हो रही है। 15 अगस्त को बेटमा गांव के लोगों ने शहीद जवान की पत्नी को एक नया घर तोहफे में दिया है। उस तोहफे वाले घर में शहीद की पत्नी गांव वालों की हथेलियों पर चलकर गृह-प्रवेश किया। गांव के युवकों ने ग्यारह लाख रुपये इकट्ठा कर शहीद की पत्नी घर बनवा कर दिया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने इसका वीडियो जारी किया है। एजेंसी के मुताबिक, 1992 में मोहन सिंह जवान शहीद हुआ था। जब वो शहीद हुआ थो असम में पोस्टेड था। इनका परिवार के मट्टी के घर में रहता था। घर की छत टूटी हुई थी। परिवार की हालत देखने के बाद गांव के युवाओं ने घर मुहैया कराने के लिए 'एक चेक एक दस्तखत' अभियान चलाया। जिससे ग्यारह लाख रुपये इकट्ठा हुये।
जब मोहन सिंह शहीद हुए थे तो उनका बेटा तीन साल का था। उस वक्त उनकी पत्नी गर्भवती थीं। शहादत के बाद शहीद की पत्नी ने किसी तरह बच्चों को पालन-पोषण किया। गांव वालों के मुताबिक घर बनाने में 10 लाख रुपये लगे हैं और एक लाख रुपये शहीद जवान की प्रतिमा बनवाने के लिए रखी गई है।