औरंगाबाद:महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में शुक्रवार (8 मई) को एक मालगाड़ी की चपेट में आने के बाद 16 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई। करमाड पुलिस के मुताबिक जालना से भुसावल की ओर पैदल जा रहे मजदूर मध्य प्रदेश लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि वे रेल की पटरियों के किनारे चल रहे थे और थकान के कारण पटरियों पर ही सो गए थे। अधिकारी ने बताया कि ट्रेन ने सुबह सवा पांच बजे उन्हें कुचल दिया। जीवित बचे पांच लोगों में दो घायल हैं। इस घटना बाद सोशल मीडिया पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना हो रही है। ट्विटर पर कई वैरीफाइड यूजर ने इस घटना के लिए पीएम मोदी की आलोचना की है।
पीएम मोदी ने औरंगाबाद ट्रेन हादसे पर ट्वीट कर कहा है, मैं इस घटना से बेहद दुखी हूं। पीएम मोदी ने लिखा, महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हुए रेल हादसे की खबर से मैं दुखी हूं। मैंने रेल मंत्री पीयूष गोयल से बातचीत की है और वे इस मामले पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। सभी जरूरी मदद की जा रही है।
देखें ट्विटर पर लोगों की प्रतिक्रिया
टीवी पत्रकार और एंकर राजदीप सरदेसाई ने लिखा है, अगर यह खबर हमारे देश को नहीं हिला पाती है तो कुछ भी नहीं होगा। मृतक मजदूरों के बारे में सोचकर मेरा दिल भर जा रहा है। गरीब की कोई सुनवाई है या नहीं?
कर्नाटक के एक स्थानीय नेता श्रीवत्स ने लिखा है, प्रवासी मजदूरों की मौत मोदी सरकार द्वारा की गई एक तरह से हत्या है। औरंगाबाद के मारे गए लोग इस लिए पैदल चलने पर मजबूर हुए थे क्योंकि ट्रेन की व्यवस्था नहीं की गई थी। मजदूर सड़कों और रेल की पटरियों पर सोते हैं और उनके पास ठहरने के लिए पैसे नहीं होते है। प्रवासी पलायन एक विशाल मानवीय आपदा है।
एक अन्य यूजर ने पीएम मोदी से सवाल करते हुए ट्वीट किया है, यह केवल आपकी अक्षमता और अयोग्यता के कारण हुआ है। आपने प्रवासी गरीबों को उनके भाग्य पर छोड़ दिया। आपको यह बताना होगा कि आपने पीएम केयर फंड में हजारों करोड़ रुपये किसके लिए जमा किए?
कांग्रेस नेता और एक्स बिग बॉस कंटेस्टेंट तहसीन पूनावाला ने भी पीएम मोदी पर तंज कसा है।
बीजेपी नेता सुनील देवधर ने शोक प्रकट किया है।
एक यूजर ने लिखा है, पीएम मोदी इस्तीफा क्यों नहीं दे दते हैं।
औरंगाबाद ट्रेन हादसे पर जानिए SP ने क्या कहा?
औरंगाबाद SP मोक्षदा पाटिल ने कहा है, आज ( 8 मई) सुबह 5:15 बजे बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, एक मालगाड़ी गुजर रही थी उसके नीचे मजदूर आ गए। इसमें 16 मजदूरों की मौत हो गई। एक घायल है, 4 लोग जो दूर बैठे थे उनसे हम पूछताछ कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, जो आदमी बचा है उसने बताया है कि ये लोग जालना से निकले थे और भूसावल जाना चाहते थे, जहां से वो ट्रेन पकड़ना चाहते थे। ये पैदल जा रहे थे, पटरी पर वो आराम करने के लिए लेटे थे, उनको नींद आ गई और ये हादसा हो गया।
रेल मंत्रालय ने जांच के दिए आदेश
रेल मंत्रालय ने कहा है कि आज सुबह ट्रैक पर कुछ मजदूरों को देखने के बाद मालगाड़ी के लोको पायलट ने ट्रेन को रोकने की कोशिश की, लेकिन परभणी-मनमाड सेक्शन के बदनपुर और करमाड स्टेशनों के बीच उन्हें टक्कर लग गई। घायलों को औरंगाबाद सिविल अस्पताल ले जाया गया है। जांच के आदेश दिए गए हैं।