भारत ने दावा किया है कि 26 फरवरी को तड़के सुबह साढ़े तीन बजे भारतीय लड़ाकू विमान मिराज 2000 से बड़ी कार्रवाई करते हुए जैश-ए-मोहम्मद के 350 आतंकी मार गिराए हैं। विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा था, मंगलवार को पौ फटने से पहले बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े शिविर को तबाह कर दिया। पाकिस्तान ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद इन आतंकवादियों को उनकी सुरक्षा के लिए इस शिविर में भेजा था। भारतीय वायुसेना का यह हमला अत्यंत त्वरित और सटीक था।
इस हमले के बाद सोशल मीडिया पर इस एयर स्ट्राइक के कई वीडियो वायरल हुए थे। कई मीडिया हाउस समेत कई बड़े भारतीय टीवी न्यूज चैनलों पर दिखाया जा रहा 'पाकिस्तान में तथाकथित भारतीय एयरस्ट्राइक' का वीडियो 26 फरवरी की सुबह का नहीं, बल्कि पुराना है।
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को शेयर करने वालों ने दावा किया है कि किस तरह भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में जाकर जैश- ए-मोहम्मद के बड़े कैंप को तबाह किया है। इस हमले के बाद ट्विटर पर #Surgicalstrike2 #Balakot #IndiaStrikesBack #IndianAirForce टॉप ट्रेंड हैं।
ट्विटर पर इस वीडियो को तकरीबन 1800 बार देखा गया है। लेकिन ये वीडियो एयर स्ट्राइक का नहीं है बल्कि ये एक वीडियो एक गेम वीडियो का है। ये वीडियो वास्तव में अरमा-2 नाम के गेम का है। ये वीडियो गेम सैन्य सिमुलेशन पर बेस्ड है।
इस वीडियो गेम में टीम पर आधारित होता है। जिसमें कुछ हद तक सेना के टारगेट की तरह काम किया जाता है। इसमें ऑपरेशन का अनुकरण करता है उसे "यूएस आर्मी ताकीस्तान पहाड़ों में तालिबान संलग्न करता है" । ये वीडियो सिर्फ एक कल्पना मात्र के लिए बनाया जाता है।
द प्रिंट के मुताबिक, वास्तव में ये वीडियो दो मिनट का है। जिसे YouTube पर लगभग दो मिलियन लोगों ने देखा है। इसे 9 जुलाई 2015 को अपलोड किया गया था। वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें- https://gaming.youtube.com/watch?v=E7CnMEhF54o
भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने मंगलवार सुबह प्रेस कॉन्फेंस कर भारतीय वायु सेना के इस कथित खुफिया मिशन की जानकारी दी। उन्होंने कहा, "भारत सरकार को विश्वसनीय सूचना मिली थी कि जैश- ए-मोहम्मद देश के दूसरे हिस्सों में आत्मघाती हमले करने की कोशिश कर रहा था। इसलिए 26 फरवरी तड़के भारत ने बालाकोट में जैश के सबसे बड़े ट्रेनिंग कैंप को निशाना बनाया।"
सूत्रों के मुताबिक, वर्ष 1971 के युद्ध के बाद भारतीय वायुसेना पहली बार पाकिस्तान में दाखिल हुई । विदेश सचिव ने संवाददाताओं को बताया कि पाकिस्तान स्थित आतंकी गुट जैश ए मोहम्मद के बालाकोट में मौजूद सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर खुफिया सूचनाओं के बाद की गई यह कार्रवाई जरूरी थी क्योंकि आतंकी संगठन भारत में और आत्मघाती हमले करने की साजिश रच रहा था। गौरतलब है कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में 40 जवान शहीद हो गये थे।