उच्च शिक्षा के बावजूद स्वीपर का काम करने को थी मजबूर,अब मिली ऐसी पोस्ट, लोग घर आकर दे रहे बधाई
By वैशाली कुमारी | Updated: September 21, 2021 17:28 IST2021-09-21T15:45:12+5:302021-09-21T17:28:24+5:30
हैदराबाद की रहने वाली रजनी की दास्तां सुनकर हर कोई हैरान है और इस लड़की की तारीफ कर रहा है। साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री होल्डर होने के बावजूद स्वीपर के तौर पर काम करने वाली रजनी अब विज्ञानी बन गई है।

उच्च शिक्षा के बावजूद स्वीपर का काम करने को थी मजबूर,अब मिली ऐसी पोस्ट, लोग घर आकर दे रहे बधाई
" सब्र का फल मीठा होता है ", हालाकि कई बार फल मिलने में देरी हो जाती है लेकिन ये मिलता उसी को है जो सब्र रखता है और मेहनत से अपने काम में जुटा रहता है। ये कहावत सच होती है रजनी के ऊपर जिन्होंने सब्र किया और लगातार अपनी मेहनत से काम करती गईं, आज अब उनकी मेहनत रंग ला रही है।
हैदराबाद की रहने वाली रजनी की दास्तां सुनकर हर कोई हैरान है और इस लड़की की तारीफ कर रहा है। साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री होल्डर होने के बावजूद स्वीपर के तौर पर काम करने वाली रजनी अब विज्ञानी बन गई है। रजनी की इस सफलता ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया है।
कुछ दिन पहले तक स्वीपर का काम करने वाली रजनी की एजुकेशन देखते हुए तेलंगाना के मगर प्रशासन मंत्री के. टी रामा राव ने सोमवार को उन्हें ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम में आउटसोर्सिंग के आधार पर सहायक किट विज्ञानी की नौकरी ऑफर की। बता दें कि रजनी ने ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट किया है, बावजूद इसके उनके पास बेहतर नौकरी के लिए कोई साधन नहीं थे।
On hearing the plight of Rajni, who’s MSc (organic Chemistry), has 2 daughter & working as sweeper on daily wages, minister @KTRTRS met her today & offered to employ her as Assistant Entomologist on O/S basis in @GHMCOnline
— Arvind Kumar (@arvindkumar_ias) September 20, 2021
Orders have been issued after verifying her credentials pic.twitter.com/inbOZKQQfG
दो बच्चों की मां रजनी पीएचडी होल्डर होने के साथ साथ जीएचएमसी में कॉन्ट्रैक्ट स्वीपर के रूप में काम करती थीं। अर्बन डेवलपमेंट स्पेशल चीफ सेक्रेटरी अरविंद कुमार जो रजनी को मंत्री के पास लेे गए थे, उन्होंने महिला को ऑफर की गई नौकरी के बारे में जानकारी दी।
किसान परिवार में जन्मी रजनी वरंगल जिले से ताल्लुक रखती हैं। बचपन से ही उनके परिवार में आर्थिक दिक्कतें चल रही थी जिसके बावजूद उनके पिता ने उन्हें एमएससी करवाई। इसके बाद उन्होंने हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी से पीएचडी भी की। पढ़ाई करने के बाद उनकी शादी हो गई और वे हैदराबाद शिफ्ट हो गईं। शादी के बावजूद वे लगातार अपने काम के प्रति समर्पित रहीं और उनकी लगन और शिक्षा का ही कमाल था कि उन्हें ये पदवी दी गई।
रजनी की इस सफलता के बाद हर तरफ उनकी कामयाबी के चर्चे हैं और लोग उन्हें बधाइयां देने आ रहे हैं। अपनी सफलता पर रजनी ने कहा कि लगातार मेहनत करने से कुछ भी असंभव नहीं।