प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने पिछले दिनों सौ दिनों के कार्यकाल की उपलब्धि बताते हुये दावा किया कि देश और जनसामान्य को हर मोर्चे पर मजबूत बनाने के लिये पहली बार इतने महत्वपूर्ण कदम उठाये गये हैं। लेकिन देश में आर्थिक मंदी और बेरोजगारी की वजह से सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। ट्विटर पर #RozgarNahiToSarkarNahi ट्रेंड कर रहा है। लोग इस हैशटैग के साथ नरेन्द्र मोदी सरकार की आलोचना कर रहे हैं। इस हैशटैग को यूथ कांग्रेस के पेज ने ट्रेंड करवाया है। इस हैशटैग पर प्रतिक्रिया दे रहे लोगों का कहना है कि जिस सरकार में देश के युवाओं को नौकरी नहीं, वो सरकार भी नहीं चलेगी।
#RozgarNahiToSarkarNahi इस हैशटैग पर लोग नरेन्द्र मोदी सरकार से नौकरी मुहैया कराने की अपील कर रहे हैं। एक यूजर का कहना है कि सरकार के पास कोई काम नहीं है, जीडीपी लगातार गिर रही है और सरकार इसको लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है।
दिल्ली यूथ कांग्रेस ने ट्वीट किया, ''बीजेपी ने 100 दिन पूरे किए 5% जीडीपी के साथ, ऑटो सेक्टर में गिरावट, सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का पतन, बैंक धोखाधड़ी, लिंचिंग, टेक्सटाइल सेक्टर का पतन। बीजेपी 2.0 फेल!''
इस हैशटैग के साथ लोग हरियाण के सीएम मनोहर लाल खट्टर के उस बयान की भी चर्चा कर रहे हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि युवा सरकार की बाट ना देखें, प्राइवेट नौकरी कर लें युवा। यूजर ने पीएम मोदी के पकौड़ा बेचो वाले अभियान की भी आलोचना कर रहे हैं।
देश में आर्थिक सुस्ती गहराने को लेकर बढ़ती चर्चा के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि सरकार सभी क्षेत्र की चुनौतियों पर गौर कर रही है और इनको लेकर आगे कदम उठायेगी। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उदारीकरण की नीतियों पर खड़े किए गए आर्थिक सुधारों को जारी रखने की जरूरत बताई है। उन्होंने देश के आर्थिक मंदी पर कहा है कि इस समय हमारी अर्थव्यवस्था धीमी पड़ती दिखती है। जीडीपी वृद्धि दर में गिरावट आ रही है। निवेश की दर स्थिर है। किसान संकट में हैं। बैंकिंग प्रणाली संकट का सामना कर रही है। बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। भारत को पांच हजार अरब डालर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए हमें एक अच्छी तरह से सोची समझी रणनीति की जरूरत है।