नई दिल्ली: चीनी सेना दिन प्रतिदिन आक्रमक होता जा रहा है। यही वजह है कि ड्रैगन अपने पड़ोसी मुल्कों के साथ ही साथ विश्व के ताकतवर मुल्कों को भी चुनौती दे रहा है। कोरोना महामारी के बीच चीन दुनिया भर में खुद को एक ताकतवर मुल्क के तौर पर स्थापित करने में लगा हुआ है।
चीन की वायुसेना ने एक काल्पनिक वीडियो जारी कर अमेरिकी बेस पर हमले को दिखाने का प्रयास किया है। दरअसल, चीनी वायु सेना ने अपने वीवो अकाउंट से 2 मिनट 15 सेकेंड के इस वीडियो को साझा किया है।
रॉयटर्स की मानें तो चीनी सेना ने इस वीडियो के माध्यम से यह दिखाने का प्रयास किया है कि यदि जरूरत पड़ा तो चीन किस तरह अमेरिकी बेस को पलक झपकते ही तबाह कर सकता है।
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि चीनी एच-6 बम्बर्स एक समुद्री एयरबेस पर बम गिराता है। वीडियो में कहा गया द गॉड ऑफ वार H-6K गोज ऑन द अटैक। इससे साफ है कि यह अमेरिकी बेस को दिखाने का ही प्रयास चीनी वायु सेना ने किया है।
एक तरह से देखा जाए तो चीनी वायु सेना ने अमेरिका को वीडियो के माध्यम से चेतावनी देने का प्रयास किया है कि यदि अमेरिका चीन के रास्ते का रोड़ा बनने का प्रयास करता है तो अमेरिका पर चीन अपने बम्बर्सक से कहर बनकर टूट पड़ेगा।
वीडियो से चीन का डर आया सामने, एशियाई-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका का है ताकतवर बेस
बता दें कि इस वीडियो से साफ हो गया है कि चीनी सेना के मन में कहीं न कहीं एशियाई प्रशांत क्षेत्र में बने अमेरिकी बेस का डर समाया हुआ है। दरअसल, एशिया क्षेत्र में किसी भी तरह की चुनौती का सामना करने के लिए अमेरिका का यह सर्वाधिक ताकतवर बेस माना जाता है। इसी बेस से अमेरिका एशिया की राजनीति व रणनीति को कंट्रोल करता है।
बड़ी संख्या में यहां अमेरिकी बम्बर्स तैनात हैं। जो न सिर्फ अत्याधुनिक हैं बल्कि पलक झपकते किसी मुल्क को तबाह कर सकते हैं। ऐसे में चीन के टारगेट पर यह अमेरिकी बेस होना स्वाभाविक ही है। रिपोर्ट की मानें तो चीनी वायु सेना ने वीडियो पोस्ट कर लिखा है कि हम मातृभूमि की हवाई सुरक्षा के रक्षक हैं, हमारे पास मातृभूमि के आकाश की सुरक्षा का भरोसा रखने और विश्वास करने की योग्यता है।
दोनों देशों ने अधिकारिक तौर पर नहीं दिया है बयान
रिपोर्ट की मानें तो इस मामले में न तो चीन के रक्षा मंत्रालय और न ही अमेरिकी इंडो-पैसिफिक कमांड ने इस पर कोई प्रतिक्रिया दी है। सिंगापुर के इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज के एक रिसर्च फेलो कोलिन कोह ने बताया है कि वीडियो का उद्देश्य चीन की ओर से लंबी दूरी तक मार करने की क्षमताओं के बारे में बताना था।
बता दें कि ताइवान की सीमा में एंट्री करने के लिए भी चीन इसी बम्बर्स का इस्तेमाल करता रहा है। यह माना जाता है कि यह सर्वाधिक लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का बम्बर्स है। चीनी वायु सेना को इस पर बेहद गर्व है। लेकिन, जो वीडियो चीनी सेना ने बनाया है उसनें हॉलीवुड सिनेमा की तस्वीर व वीडियो इस्तेमाल किया गया है।