आस्ट्रेलिया में कोरोना से लड़ने वाले स्वास्थ्यकर्मियों की मदद के लिए सोशल मीडिया में छिड़ा अभियान, लोगों ने कुछ यूं किया समर्थन
By भाषा | Published: April 3, 2020 05:08 PM2020-04-03T17:08:53+5:302020-04-03T17:08:53+5:30
इसका मकसद ऐसे स्वास्थ्यकर्मियों को मदद करने वालों से मिलाना है जो महामारी से निपटने के लिए अपनी ड्यूटी के निधार्रित घंटों से भी अधिक काम कर रहे हैं और मरीजों को आपातकालीन चिकित्सीय सहायता मुहैया कराने के लिए जूझ रहे हैं।
मेलबर्न: सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस को लेकर खतरनाक सूचनाएं फैलाने के आरोप लगते रहते हैं लेकिन आस्ट्रेलिया में हजारों लोग अपने नेटवर्क का इस्तेमाल ऐसे स्वास्थ्यकर्मियों की मदद करने के लिए कर रहे हैं जो अपनी जान जोखिम में डालकर इस महामारी से अग्रिम पंक्ति में रहकर मुकाबला कर रहे हैं। जब क्रिस निकोलस ने पर्थ में 14 मार्च को फेसबुक पर 'एक स्वास्थ्यकर्मी को संरक्षण में लें’ नाम का पेज बनाया तो उन्हें लगा था कि चंद दोस्त अथवा सहयोगी ही उनके साथ जुड़ सकते हैं।
निकोलस ने कहा, '' मेरी एक दोस्त है जो नर्स है और अपनी शिफ्ट के कारण वह जरूरी सामान खरीदने की जद्दोजहद में लगी थी। ऐसे में मैंने उसे मदद की पेशकश की और अपने विचार को विस्तार देने का सोचा।'' कुछ ही दिनों में यह पहल कमाल कर गई और देश भर के अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैल गई और अब अकेले आस्ट्रेलिया में इसके 1,40,000 से अधिक सदस्य बन गए हैं।
इसका मकसद ऐसे स्वास्थ्यकर्मियों को मदद करने वालों से मिलाना है जो महामारी से निपटने के लिए अपनी ड्यूटी के निधार्रित घंटों से भी अधिक काम कर रहे हैं और मरीजों को आपातकालीन चिकित्सीय सहायता मुहैया कराने के लिए जूझ रहे हैं।
वेबसाइट की विक्टोरिया ब्रांच की प्रशासक हन्ना कोच जानती हैं कि महामारी के बाद चिकित्सा सेवाओं से जुड़े पेशेवरों को किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उनका भाई और मां दोनों ही स्वास्थ्य सेवाओं में नौकरी करते हैं। हन्ना ने कहा, '' हम इस लायक नहीं हैं कि उनकी पेशेवर सहायता कर सकें लेकिन हम उनके लिए राशन खरीदने जैसा काम कर सकते हैं। जब मेरे भाई को अपने निधार्रित समय से अधिक काम करना पड़ता है तो मैं उसके बच्चों की देखभाल की पेशकश कर सकती हूं।''
वेबसाइट ने अपनी विंडो पर प्रदर्शित करने के लिए कार्ड और बच्चों द्वारा बनाए गए ऐसे पोस्टर भी एकत्र किए हैं, जिन पर 'स्वास्थ्य की रक्षा करने वाले हीरो' को धन्वाद दिया गया है।