नई दिल्ली, 19 सितंबरःदिल्ली में एक सफाईकर्मी के सीवर में डूबकर मर जाने के बाद उनके परिवार के लिए पैसे इकट्ठा करने को लेकर सोशल मीडिया में चली मुहिम अब चर्चा का विषय बन गई है। अंग्रेजी मीडिया के एक पत्रकार ने सोमवार को सफाईकर्मी के साथ उनके रोते बच्चे की तस्वीर के साथ ट्वीट कर के मामले को प्रकाश में लाया था। उन्होंने लिखा, "यह बच्चा दाहगृह से अपने पिता का शव लेने गया था। उसने अपने पिता के चेहरे से चादर हटाई उसके बाद अपने दोनों हाथों से अपना चेहरा छुपाकर रोने लगा। वह बस एक बार कह पाया, पापा।"
इसके आगे उन्होंने बताया, "यह शख्स एक मजदूर है, जिसकी शुक्रवार को दिल्ली के एक सीवर की सफाई के दौरान डूबने से मौत हो गई। इनके परिवार के पास अंतिम संस्कार के लिए भी पैसे नहीं हैं।"
इसके बाद उन्होंने एक अकाउंट नंबर की जानकारी देते हुए उस परिवार के लिए पैसे जुटाने की अपील की। इसके बाद लोगों ने जमकर पैसे देने शुरू कर दिए। यह अभियान 15 दिनों तक चलेगा। इससे प्राप्त पैसे को संबंधित परिवार दे दिया जाएगा।
हिन्दुस्तान टाइम्स की एक खबर के मुताबिक मृत शख्स का नाम अनिल कुमार है। बीते 14 सितंबर को उनकी सीवर में डूबने से मौत हुई। उनकी पत्नी का नाम रानी है। चार दिन पहले ही उनके एक चार महीने के बेटे की न्यूमोनिया बीमारी से मौत हुई थी। उनके एक बेटे की तस्वीर सामने आई है। लोग उसके लिए पैसे इकट्ठे कर रहे हैं।
एचटी की ही एक खबर में एक शख्स का खुलासा हुआ है, जो अनिल की मौत के लिए जिम्मेदार व्यक्ति के बारे में बात कर रहा है। रमेश नाम के एक प्राइवेट कॉण्ट्रैक्टर का कहना है, "अनिल को सतबीर नाम के एक शख्स ने सीवर में उतारा था। सतबीर एक रस्सी लेकर आया जो कि कमजोर थी। मैंने उसे उस रस्सी के सहारे अनिल को नीचे ना उतारने की सलाह दी थी। लेकिन उसने पैसे चुका देने की बात कर के अनिल को नीचे उतार दिया।"
जानकारी के अनुसार अनिल के नीचे जाते ही रस्सी टूट गई। इससे गहरे सीवर में अनिल गिर गया। सतबीर ने उसे बचाने की कोशिश भी की। लेकिन सीवर से उसे निकाल नहीं पाया और पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले अनिल की मौत हो गई। मामले को पुलिस ने सतबीर पर केस दर्ज किया है।