संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन को लेकर एक फिल्म अभिनेत्री प्रतिक्रिया पर जवाब देकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) नेता मनीष सिसोधिया सोशल मीडिया पर लोगों के दिल जीत रहे हैं। मनीष सिसोदिया ने जो बात कही, उसे एक आम आदमी की बात कहा जा रहा है।
दरअसल, फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत अपनी आने वाली फिल्म ''पंगा'' को लेकर प्रमोशन कर रही थीं, इसी दौरान उसने जब सीएए के खिलाफ किए जा रहे प्रदर्शनों को लेकर जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा कि कुछ ही फीसदी लोग देश में टैक्स देते हैं और बाकी लोग उन पर निर्भर हैं।
कंगना रनौत ने कहा, ''जब आप प्रदर्शन करते हैं तो पहली महत्वपूर्ण बात यह है कि कि आप हिंसक न हों। हमारी आबादी में केवल 3-4 फीसदी लोग टैक्स देते हैं, बाकी लोग वास्तव में टैक्स देने वालों पर निर्भर हैं। इसलिए देश में हंगामा खड़ा करने के लिए और बसें, ट्रेनें जलाने के लिए किसने आपको अधिकार दिया है।''
कंगना की बात के जवाब में मनीष सिसोदिया ने अपने आधिकारिक गेतीन ट्वीट में अपनी बात कही। उन्होंने लिखा, ''हिंसा और पब्लिक प्रोपर्टी को नुकसान पहुंचाना तो हर हाल में गलत है, यह इंसानियत और कानून दोनो के खिलाफ है... पर यह देश सिर्फ 3% लोगों के टैक्स पर निर्भर नहीं है. एक सामान्य नौकरीपेशा, यहां तक कि एक दिहाड़ी मजदूर से लेकर अरबपति तक, देश में हर आदमी टैक्स देता है। एक दिहाड़ी मजदूर भी जब बाजार से माचिस या नमक का पैकेट खरीदकर लाता है तो टैक्ससहित कीमत देकर आता है। चंद अरबपतियों से मिलने वाला इनकम टैक्स ही केवल टैक्स नहीं होता है। और हाँ! एक सामान्य दिहाड़ी मजदूर भी...जब सिनेमा देखने जाता है तो... फिल्मी सितारों की करोड़ों की कमाई में योगदान भी देता है और इस देश के लिए टैक्स भी देता है। अब सोचिए कौन किस पर निर्भर है?''
मनीष सिसोदिया के जवाब को लेकर एक यूजर ने कमेंट में लिखा, ''बिल्कुल सही बात बोले हैं सर।''
एक यूजर ने लिखा, ''एक आम आदमी के लिए आप खड़े हुए, धन्यवाद सर।''
नितेश भारद्वाज नाम के यूजर ने लिखा, ''एक दिहाड़ी मजदूर भी जब बाजार से माचिस या नमक का पैकेट खरीदकर लाता है तो टैक्ससहित कीमत देकर आता है। चंद अरबपतियों से मिलने वाला इनकम टैक्स ही केवल टैक्स नहीं होता है।
इसी तरह ढेरों प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।