योग गुरु बाबा रामदेव इन दिनों सोशल मीडिया पर पर अपने बयान को लेकर ट्रोल हो रहे हैं। देश के मुसलमानों पर टिप्पणी कर बाबा रामदेव आलोचनाओं के शिकार हो गए हैं। इसी बीच ट्विटर पर बाबा रामदेव अपने एक सात साल पुराने बयान को लेकर ट्रोल हो रहे हैं। 9 अगस्त 2012 को बाबा रामदेव ने ट्वीट कर लिखा था कि अगर 'कालाधन वापस आए तो पट्रोल 30 रुपये में मिलेगा'। इस ट्वीट पर यूजर्स #रामदेव_ठग_है के साथ ट्रोल कर रहे हैं।
वैरिफाइड यूजर प्रोफेसर दिलीप मंडल ने इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा है, ''#रामदेव_ठग_है । उन्होंने जनता की भावनाओं को ठग कर बीजेपी के पक्ष में हवा बनाई और सरकार बनते ही भूल गए कि क्या वादा किया था। जनता ठगी गई''
दिलीप मंडल ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा है, ''#रामदेव_ठग_है उन्होंने जनता की भावनाओं से ठगी की और इस तरह बीजेपी के लिए वोट जुटाए।''
एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा है, ''#रामदेव_ठग_है उन्होंने जनता की भावनाओं से ठगी की और इस तरह बीजेपी के लिए वोट जुटाए। हर गांव को 200 करोड़ रु????? कहां गया लोकपाल?''
इसके अलावा भी दिलीप मंडल ने एक ट्वीट किए हैं...
इसके अलावा एक यूजर ने लिखा है,बाबा को पतंजलि के द्वारा भारत पेट्रोलियम का निर्माण करना चाहिए। जिससे (मुलनिवासी) को सस्ते और उचित दाम में पेट्रोल-डीजल मुहैया हो सकें।
बाबा रामदेव सिर्फ अपने बयानों को लेकर ही नहीं बल्कि पतंजलि को लेकर भी ट्रोल हो रहे हैं। असल में इकॉनोमिक टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक बाबा रामदेव की पतंजलि भी अब विदेश कंपनियों से हाथ मिलाने की तैयारी में है। जिसके बाद ट्विटर पर #Shutdownpatanjali ट्रेंड करने लगा था।
लोगों का कहना है जो बाबा रामदेव बहुराष्ट्रीय कंपनियों के खिलाफ अभियान चलाकर लोगों के बीच लोकप्रिय हुए थे वह खुद अब वही काम करना चाहते हैं।