राजस्थान के राजसमंद से बीजेपी सांसद और जयपुर की राजकुमारी दीया कुमारी के बाद अब कांग्रेस के प्रवक्ता सत्येंद्र सिंह राघव ने दावा किया है कि राम के असली वंशज तो राघव राजपूत हैं। रविवार को राघव ने अपने फेसबुक पर पर वाल्मिकी रामायण का उल्लेख करते हुए यह दावेदारी पेश की है। उन्होंने लिखा 'लव का राज्य उत्तर कोशल था जो आज का अयोध्या में आता है। जबकि कुश को दक्षिण कोशल राज्य दिया जो आज का छत्तीसगढ़ आता है। श्रीमद वाल्मीकि रामायण -पेज नंबर 1671, लव से बड़गुजर वंश चला।'
इससे पहले भाजपा सांसद और जयपुर की राजकुमारी दीया कुमारी ने दावा किया था कि उनका राजघराना भगवान राम के पुत्र कुश का वंशज है। दीया ने कहा था कि इस दावे का आधार हमारे पास है। हस्तलिपि, वंशावली और दस्तावेज हमारे पोथी खाने में मौजूद हैं। सांसद ने इन दस्तावेजों को भी सार्वजनिक किया है। दीया कुमारी ने राम मंदिर मुद्दे का जल्द समाधान होने की मांग भी की।
दीयाकुमारी ने बताया था कि जयपुर के महाराजा सवाई जियसंह भगवान राम के बड़े बेटे कुश के 289वें वंशज थे। उनके पास एक पत्रावली है, जिसमें भगवान श्रीराम के वंश के सभी पूर्वजों का नाम क्र मवार दर्ज हैं। साथ ही उनके पास 9 दस्तावेज, 2 नक्शे रखे हैं जो साबित करते हैं कि अयोध्या के जियसंहपुरा और राम जन्मस्थान सवाई जियसंह द्वितीय के अधीन ही थे। 1776 के एक हुक्म में लिखा था कि जियसंहपुरा की भूमि कच्छवाहा के अधिकार में हैं। भगवान श्री राम के कुशवाहा वंश के 63वें वंशज थे। इसी तरह पूर्व राजकुमारी दीयाकुमारी भगवान श्री राम की 310वीं पीढ़ी है।
पूर्व राजकुमारी दीया के मुताबिक कच्छवाहा वंश के भगवान राम के बड़े बेटे कुश के नाम पर कुशवाहा वंश भी कहा जाता है। इसकी वंशावली के मुताबिक 62वें वंशज राजा दशरथ, 63वें वंशज श्री राम, 64वें वंशज कुश थे। 289वें वंशज आमेर-जयपुर के सवाई जयसिंह, ईश्वरी सिंह और सवाई माधो सिंह और पृथ्वी सिंह रहे। भवानी सिंह 307वें वंशज थे।
अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय में सुनवाई के दौरान भगवान राम के वंशज के बारे में उठे सवाल पर दीया कुमारी ने कहा, 'अदालत ने पूछा कि भगवान राम के वंशज कहां है।।दुनियाभर में भगवान श्रीराम जी के वंशज हैं। इसमें मैं और मेरा परिवार भी शामिल हैं, हम भगवान श्रीराम के पुत्र कुश के वंशज हैं।'
उन्होंने कहा, 'भगवान श्रीराम सबकी आस्था के प्रतीक हैं। राम मंदिर मामले की सुनवाई तेजी से हो और अदालत जल्द अपना फैसला सुनाए, यही हमारी मंशा है। मंदिर जल्द से जल्द बनना चाहिए और इसमें रु कावटें नहीं आनी चाहिए।' सुप्रीम कोर्ट ने पूछा था कि क्या रघुवंश वंश का कोई व्यक्ति अब भी अयोध्या में रह रहा है ?
बता दें कि गत शुक्र वार को अयोध्या मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने रामलला पक्ष के वकील के पराशरन से यह पता लगाने को कहा था कि क्या भगवान राम के वंश का कोई सदस्य अयोध्या में रहता है। इसके बाद राजकुमारी दीया कुमारी का यह दावा सामने आया है। पीठ ने कहा था, हम सिर्फ सोच रहे हैं कि क्या रघुवंश वंश का कोई व्यक्ति अब भी (अयोध्या में) रह रहा है। पीठ ने कहा कि यह जिज्ञासावश पूछा जा रहा है। पराशरन ने जवाब दिया, मुझे जानकारी नहीं है। हम इसका पता लगाने की कोशिश करेंगे। सुप्रीम कोर्ट अब अयोध्या मामले में रोजाना सुनवाई कर रहा है।