VIDEO: महाकुंभ में 7 करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष से बनाए गए है 12 ज्योतिर्लिंग, दर्शन के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
By संदीप दाहिमा | Published: January 18, 2025 07:38 PM2025-01-18T19:38:30+5:302025-01-18T19:38:30+5:30
प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ मेले के शिव नगरी में सात करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष से निर्मित 12 ज्योतिर्लिंग विशेष रूप से श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे हैं। महाकुम्भ के सेक्टर छह में निर्मित प्रत्येक ज्योतिर्लिंग 11 फुट ऊंचा, नौ फुट चौड़ा और सात फुट मोटा है, जिन्हें सात करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष की मणियों की माला पहनाई गई है।

VIDEO: महाकुंभ में 7 करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष से बनाए गए है 12 ज्योतिर्लिंग, दर्शन के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
12 Jyotirlingas Crafted 7 Crore 51 Lakh Rudraksha Beads: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ मेले के शिव नगरी में सात करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष से निर्मित 12 ज्योतिर्लिंग विशेष रूप से श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे हैं। महाकुम्भ के सेक्टर छह में निर्मित प्रत्येक ज्योतिर्लिंग 11 फुट ऊंचा, नौ फुट चौड़ा और सात फुट मोटा है, जिन्हें सात करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष की मणियों की माला पहनाई गई है। इन रुद्राक्ष को 10,000 गांवों से पैदल घूम घूमकर भिक्षा में एकत्रित किया गया है। मौनी बाबा ने खुले आकाश में बने इन ज्योतिर्लिंगों के बारे में ‘पीटीआई-भाषा’ से जानकारी साझा करते हुए बताया, “आतंकवाद के नाश और बांग्लादेशी हिंदुओं की रक्षा की कामना से पूजा अनुष्ठान कर लौह से शिवलिंग को आकार दिया और उन पर रुद्राक्ष की मालाओं को लपेटा गया।”
प्रयागराज "महाकुंभ" में 5 करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष से निर्मित महादेव के 12 जोतिर्लिंग के दिव्य अलौकिक दर्शन...🙏 pic.twitter.com/bCcZx5roMk
— Dinesh Desai (@idineshdesai) January 17, 2025
उन्होंने बताया, “मैंने वर्षों पहले मन में रुद्राक्ष के ज्योतिर्लिंग की स्थापना का संकल्प लिया था। पिछले 37 वर्षों से मैं रुद्राक्ष का शिवलिंग बनाकर पूजा कर रहा हूं। यहां स्थापित ज्योतिर्लिंगों में एक मुखी से लेकर 26 मुखी तक के श्वेत रुद्राक्ष, काले रुद्राक्ष, लाल रुद्राक्ष का उपयोग किया गया है। ” मौनी बाबा ने बताया कि यह रुद्राक्ष से बनी शिव नगरी पूरी दुनिया में अपनी तरह की अनूठी नगरी है, जहां छह शिवलिंग दक्षिणमुखी और छह शिवलिंग उत्तर मुखी हैं। उन्होंने बताया कि अब तक पूरी दुनिया में महाकाल का अकेला शिवलिंग दक्षिण मुखी है। मौनी बाबा ने बताया कि रुद्राक्ष एक मूर्ति की तरह होता है जिसकी प्राण प्रतिष्ठा होती है और बिना प्राण प्रतिष्ठा के रुद्राक्ष पहना नहीं जा सकता। प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही रुद्राक्ष मनोकामनाओं की पूर्ति करता है।
महाकुंभ चमत्कार: 5.51 करोड़ रुद्राक्ष और 11,000 त्रिशूल से तैयार किए गए 12 ज्योतिर्लिंग !! pic.twitter.com/cwmeg61jCN
— सनातनी हिन्दू राकेश 100% Follow Back (@modified_hindu6) January 17, 2025
महाकुंभ में 7 करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष से बनाए गए है 12 ज्योतिर्लिंग
— Vaishali Pandit ( किन्नर ) (@VaishaliPanditT) January 15, 2025
दिव्य अलौकिक दर्शन ⚛️
हर हर महादेव 🕉️ pic.twitter.com/vCWlI7OJ2b