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चुनाव से पहले Mamata Banerjee को एक और बड़ा झटका, TMC सांसद Dinesh Trivedi का Rajyasabha से इस्तीफा

By गुणातीत ओझा | Updated: February 13, 2021 01:12 IST2021-02-13T01:11:58+5:302021-02-13T01:12:40+5:30

पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले ममता बनर्जी को एक और बड़ा झटका लगा है। राज्यसभा सांसद और तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिनेश त्रिवेदी ने आज सदन में ही इस्तीफे की घोषणा कर दी।

ममता को झटका
दिनेश त्रिवेदी ने छोड़ी सांसदी, बोले- घुटन हो रही है...

पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले ममता बनर्जी को एक और बड़ा झटका लगा है। राज्यसभा सांसद और तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिनेश त्रिवेदी ने आज सदन में ही इस्तीफे की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि घुटन महसूस हो रही है। देश हित से ऊपर कुछ नहीं है। पार्टी हित और देश हित में से एक (देश हित) को चुनने का वक्त आ गया है। यह कहते हुए उन्होंने सांसद पद छोड़ने की घोषणा कर दी। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले यह ममता बनर्जी के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है। अब अटकलें तेज हो गई हैं कि दिनेस त्रिवेदी भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

इस्तीफे की घोषणा करते हुए दिनेश त्रिवेदी ने राज्यसभा में कहा, 'हर मनुष्य के जीवन में एक घड़ी आती है, जब उसको उसकी अंतरआत्मा की आवाज सुनाई देती है। मेरे जीवन में भी ऐसी ही घड़ी आई थी। देश बड़ा है या पक्ष बड़ा है। आज जब देखते हैं कि देश की क्या परिस्थिति है। पूरी दुनिया भारत के तरफ देख रही है। जिस प्रकार से पश्चिम बंगाल में हिंसा हो रही है। मुझे बैठा-बैठा लगता है कि मैं करूं क्या? असल में हम जन्मभूमि के लिए ही हैं। एक पार्टी में हैं तो उसका अनुशासन है। मुझे घुटन महसूस होती है कि मैं कुछ कर नहीं पा रहा हूं। आज मुझे आत्मा यह कह रही है कि यहां बैठ-बैठे अगर आप चुपचाप रहो और कुछ नहीं कर सकते हो तो इस्तीफा दो। मैं यहां से आज इस्तीफा दे रहा हूं।''

दिनेश त्रिवोदी के इस्तीफे पर तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुखेंदु एस रॉय ने कहा, 'तृणमूल का मतलब है जमीनी स्तर। इससे हमें राज्यसभा में जल्द ही जमीनी स्तर के कार्यकर्ता को भेजने का अवसर मिलेगा।' वहीं, टीएमसी के ही एक सांसद सौगत राय ने कहा कि दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफे से हम दुखी हैं। उन्होंने फैसला करने से पहले मुझसे बात नहीं की। हमें नहीं पता कि उन्होंने यह निर्णय क्यों लिया। दिनेश त्रिवेदी यूपीए सरकार में रेल मंत्री रह चुके हैं। पिछले साल अप्रैल महीने में उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता ग्रहण की थी। त्रिवेदी ने 1980 में कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन की थी। इसके बाद उन्होंने 1990 में जनता दल का दामन थाम लिया था। 1998 में जब ममता बनर्जी तृणमूल कांग्रेस का गठन की तो त्रिवेदी भी उनके साथ खड़े थे।

बता दें कि इससे पहले शुभेंदु अधिकारी और राजीव बनर्जी जैसे मंत्रियों ने बंगाल में ममता बनर्जी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया। दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफे की घोषणा भी ममता के लिए बड़ा झटका है।

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