UP Politics News: लोकसभा चुनाव पर फोकस, अब यूपी में सक्रिय होंगे नीतीश कुमार!, 24 दिसंबर को पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रैली, 2 माह में छह बड़ी रैलियां करेंगे
By राजेंद्र कुमार | Updated: December 7, 2023 17:21 IST2023-12-07T17:20:03+5:302023-12-07T17:21:46+5:30
UP Politics News: जदयू के प्रदेश संयोजक सत्येंद्र पटेल के अनुसार पार्टी की इस जनसभा में इंडिया गठबंधन में शामिल दलों को भी बुलाया जाएगा.

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लखनऊः बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रमुख नीतीश कुमार आगामी लोकसभा चुनावों में सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि वह उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों में सक्रिय दिखेंगे. उत्तर प्रदेश में तो नीतीश कुमार अगले दो माह के भीतर छह से अधिक बड़ी रैलियों को संबोधित करेंगे. नीतीश कुमार की पहली रैली इसी 24 दिसंबर को वाराणसी के जगतपुर इंटर कॉलेज में होगी.
इस बड़ी जनसभा के जरिए नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन की एकता का संदेश प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र से समूचे देश को देंगे. जदयू के प्रदेश संयोजक सत्येंद्र पटेल के अनुसार पार्टी की इस जनसभा में इंडिया गठबंधन में शामिल दलों को भी बुलाया जाएगा. गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री देश के प्रमुख नेता हैं. देश का कुर्मी समाज उन्हे अपना नेता मानता है.
ओबीसी नेता के तौर पर नीतीश कुमार की पूरे देश में पहचान है. यूपी में भी जदयू का बड़ा आधार है क्योंकि यूपी की 30 से ज्यादा संसदीय सीटे एसी हैं जिन पर कुर्मी वोटरों का असर है. इसलिए नीतीश कुमार ने यूपी में बड़ी रैलियां करके अपनी सक्रियता बढ़ाने की तैयारी की है. सत्येन्द्र पटेल के मुताबिक 24 दिसंबर को प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से नीतीश कुमार की रैलियों का सिलसिला शुरू होगा.
इसके बाद फूलपुर, अंबेडकरनगर, जौनपुर, प्रतापगढ़ और मिर्जापुर सहित कुछ और लोकसभा क्षेत्रों में भी रैलियां होंगी. यूपी में होने वाली नीतीश कुमार ही रैलियों में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस का भी साथ लिया जाएगा. इसके लिए दोनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं में जल्द बात होगी.
कांग्रेस और सपा के बड़े नेताओं से मंच साझा करने का अनुरोध किया जाएगा. जदयू की इन रैलियों में गैर-यादव ओबीसी वोटरों की लामबंदी करने और जातीय जनगणना कराने के मुद्दे को प्रमुखता के उठाया जाएगा. इसके साथ ही केंद्र और यूपी सरकार की जनविरोधी नीतियों को निशाने पर लिया जाएगा.
इन रैलियों के जरिए जदयू यह चाहती है कि यूपी में बने विपक्षी गठबंधन में कुछ सीटों पर उसको भी भागीदारी मिले, जिसे यहां भी पार्टी की मजबूत उपस्थिति दर्ज हो सके. इसके साथ ही नीतीश कुमार ही इंडिया गठबंधन का संयोजन बनाने की मंशा पूरी होने रास्ता बन सके.
नीतीश की मंशा पर सवाल उठाना ठीक नहीं:
रैलियों के जरिए नीतीश कुमार ही इस मंशा पर जाव सवाल किए गए तो जदयू के मुख्य प्रवक्ता जेडीयू केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार की पहले भी यूपी में रैलियां होती रही हैं. इसलिए इस तरह के सवाल उठाया जाना ठीक नहीं हैं. पिछड़ों, दलितों को सामाजिक न्याय दिलाने के लिए उनके नेतृत्व में अहम कदम उठाए गए हैं. नीतीश कुमार ही रैलियों के जरिए यूपी की जनता को उससे अवगत करवाया जाएगा.
हमारा प्रयास है कि हमारी रैलियों से सपा भी लाभान्वित हो और यूपी में जदयू की मजबूत उपस्थिति दर्ज हो. ताकि जदयू भी आगामी लोकसभा चुनावों में यूपी के कुछ संसदीय सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े कर भाजपा को चुनौती दे सके. जदयू यूपी की किन सीटों पर चुनाव लड़ेगा? इस सवाल पर केसी त्यागी कह कहना था जल्दी ही इस बारे में जानकारी दी जाएगी.