"केजरीवाल को कमरतोड़ झटका, 'सॉरी' से नाराज AAP के 20 विधायक BJP में शामिल"
By खबरीलाल जनार्दन | Published: April 1, 2018 09:06 AM2018-04-01T09:06:43+5:302018-04-01T09:06:43+5:30
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नई दिल्ली, 1 अप्रैलः आम आदमी पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल के 'सॉरी' प्रकरण से पार्टी के 20 विधायक लगातार नाराज बताए जा रहे थे। बीते 17 मार्च (शनिवार) इस बाबत आप के तीन विधायक बलजिंदर कौर, कुलतार सिंह व अमरजीत सिंह ने दिल्ली आकर अपना असंतोष व्यक्त किया था। लेकिन केजरीवाल को इस बात कोई फर्क नहीं पड़ा। इससे आजिज आकर विधायकों ने बीजेपी का रुख कर लिया है।
नाराज विधायकों को लेकर सीएम हाउस पर हुई पिछली मीटिंग में पंजाब प्रभारी और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद थे। तब वहां केजरीवाल और नाराज विधायकों के प्रतिनिधियों ने काफी देर तक बैठक की थी। लंबी बैठक के बाद जब तीनों विधायक निकले, तो मीडिया से बात करने से साफ इंकार कर दिया। कुछ देर बाद जब मनीष सिसोदिया बाहर आए तो वे भी मीडिया के सवालों को नजरअंदाज करते हुए आगे बढ़ गए।
आम आदमी पार्टी आलाकमान की ओर से किया गया यह बर्ताव अन्य 17 विधायकों को भी नागवार गुजरा था। तभी से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नजर उन विधायकों पर थी। हालांकि खुद केजरीवाल ने ऐसी उम्मीद नहीं की होगी कि नाराज विधायक इतना बड़ा कदम उठाएंगे। दूसरी ओर केजरीवाल बीते दिनों दिल्ली के 20 विधायकों को बचाने में लगे रहे। इस दौरान उनका इन 20 विधायकों की नाराजगी की ओर नहीं गया।
मामला पंजाब आम आदमी पार्टी का है
यह मामला पंजाब विधानसभा चुनाव 2017 से जुड़ा हुआ है। पहली बार पंजाब में मैदान में उतरी आप ने शानदार प्रदर्शन करते 20 सीटें जीती थीं और विपक्ष के तौर पर उभरी थी। इसमें काफी कुछ योगदान अरविंद केजरीवाल के उस भाषण का भी था, जिसमें उन्होंने विक्रम सिंह मजीठिया को ड्रग्स माफिया कहा था। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं को जोश से भर दिया था और बेहद आक्रामक चुनाव प्रचार किया गया था।
तब अरविंद केजरीवाल ने यहां तक दावा किया था कि अगर प्रदेश में आप सरकार बनती है तो मजीठिया जैसे लोग जेल जाएंगे। उनके अनुसार आप के आशीष खेतान के पास इतने सबूत पड़े हुए हैं कि मजीठिया आरोपी सिद्ध हो जाएंगे। इस पर मजीठिया ने केजरीवाल और उनके अन्य पार्टी प्रमुखों के खिलाफ मानहानि का केस किया था।
मामला चल ही रहा था कि बीते महीने केजरीवाल ने सबको चौंकाते हुए मजीठिया से माफी मांग ली। पंजाब के नाराज विधायकों के अनुसार इससे पंजाब की स्थानीय जनता में काफी रोष भर गया था। उनके अनुसार लोगों ने मजीठिया के खिलाफ जाकर वोट दिया था। ऐसे में केजरीवाल की माफी उन लोगों के साथ छलावा है।
आम आदमी पार्टी में कई दिनों से चल रहा था अंतरद्वंद
पंजाब में विक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगने के बाद केजरीवाल ने एक के बाद एक बीजेपी नेता नितिन गडकरी, कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल आदि से माफी की गुहार लगाई। इससे पहले कांग्रेस से आए सुशील गुप्ता को राज्यसभा उम्मीदवार बनाने को लेकर भी पार्टी में जबर्दस्त टकराव स्थिति बनी थी। उसी वक्त से अरविंद केजरीवाल को बड़ा भाई कहने वाले कुमार विश्वास लगातर पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोले हैं।
इससे पहले प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव आदि के पार्टी छोड़ने, केजरीवाल की मौजूदगी में आप के विधायकों पर मार-पिटाई के लगते आरोपों ने लगातार पार्टी के खिलाफ माहौल बनाने का काम किया था। इसकी परिणति ऐसी होगी इसका अंदाजा किसी को नहीं था।
(लेखक की गुहारः यह हमारे स्पूफ कैटेगरी के भीतर, 1 अप्रैल विशेष प्रस्तुति है। इसमें तथ्य ना तलाशें।)