Surya Gochar 2025: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य ग्रह को राजा, पिता, नेतृत्व कर्ता, आत्मा, उच्च-पद-प्रतिष्ठा, मान-सम्मान, सरकारी नौकरी आदि का कारक माना जाता है। जबकि सिंह सूर्य की ही राशि है और कोई भी ग्रह अपनी स्वराशि में उच्च का माना जाता है। द्रिक पंचांग के अनुसार, इस 17 अगस्त (रविवार) को सूर्य ग्रह सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। फिर 17 सितंबर 2025 यानी पूरे माह इस राशि में विराजमान रहने के बाद कन्या राशि में जाएंगे। अपनी स्वराशि में सूर्य ग्रह, केतु के साथ युति करेगा। सूर्य ग्रह के इस गोचर से चार राशि के जातकों की समस्याएं बढ़ सकती हैं। ये राशियां इस प्रकार हैं-
मीन राशि: मीन राशि वालों की कुंडली में सूर्य ग्रह छठे भाव में विराजमान होंगे। इसके चलते आपके शत्रु सक्रिय हो सकते हैं। यह आपका काम बिगाड़ने का प्रयास करेंगे। हालांकि आप उन्हें जल्दी हावी नहीं होने देंगे, फिर भी यह समय सतर्क रहने का है। आपको उदर से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इससे बचने के लिए अगले 30 दिनों तक खानपान का विशेष ध्यान रखें।
कन्या राशि: सूर्य का गोचर कन्या राशि के द्वादश भाव में रहेगा। इस दौरान कन्या राशि के जातकों को सरकारी कार्यों से जुड़े सभी कामों में बाधा आ सकती है। कोई भी काम सोच समझकर करें। हानि हो सकती है। अगर आप व्यापार से जुड़े हैं तो ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। उतार-चढ़ाव से घबराये नहीं, लेकिन पैसों के लेन देन में खास सावधानी बरतें। इस राशि के जातकों को मानसिक परेशानियां हो सकती है।
मिथुन राशि: गोचर के दौरान सूर्य ग्रह आपके तीसरे भाव में रहेंगे। स्वास्थ्य में उतार चढ़ाव देखने को मिलेगा। जमीन और घर से जुड़े मुद्दों पर बातचीत से लेकर कोई भी फैसला लेने से पहले थोड़ा संभल जाये। किसी भी बड़े फैसले को लेने से पहले किसी की सलाह जरूर ले लें। सूर्य के तीसरे भाव में होने की वजह से बेवजह की चीजों पर धन खर्च हो सकता है।
मकर राशि: सूर्य का गोचर आपके अष्टम भाव में होगा। आपके जीवन पर इस गोचर का नकारात्मक असर पड़ेगा। इस दौरान आपको क्रोध ज्यादा आएगा। यह आपकी शत्रुता बढ़ाने के साथ ही मुश्किलों में डाल सकता है। इसलिए संभलकर रहने की जरूरत है। मानसिक विकार हो सकता है। वाहन सावधानी से चलाएं, अन्यथा दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। स्वास्थ्य के लिए भी सूर्य का गोचर अशुभ ही साबित होगा।