सोमवार की शाम को सुनें यह शिव वंदना, बन जाएंगे सभी बिगड़े काम
By गुणातीत ओझा | Updated: August 24, 2020 17:37 IST2020-08-24T17:37:34+5:302020-08-24T17:37:34+5:30
भगवान शिव अपने भक्तों को कभी अकेला नहीं छोड़ते। हर मुश्किल घड़ी में भगवान शिव सच्चे भक्तों की मदद करते हैं। कहा जाता है कि सभी देवी-देवताओं में भगवान शिव एक मात्र ऐसे हैं जो अपने भक्तों की आराधना से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और उनकी मनोकामना पूरी करते हैं।

भगवान शिव की भक्ति का होता विशेष महत्व, सुनें यह वंदना।
भगवान शिव अपने भक्तों को कभी अकेला नहीं छोड़ते। हर मुश्किल घड़ी में भगवान शिव सच्चे भक्तों की मदद करते हैं। कहा जाता है कि सभी देवी-देवताओं में भगवान शिव एक मात्र ऐसे हैं जो अपने भक्तों की आराधना से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और उनकी मनोकामना पूरी करते हैं। भगवान शिव की इसी सादगी की वजह से उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है।
हिन्दू धर्म में भगवान शिव को अनेक नामों से पुकारा जाता है
रूद्र - रूद्र से अभिप्राय जो दुखों का निर्माण व नाश करता है।
पशुपतिनाथ - भगवान शिव को पशुपति इसलिए कहा जाता है क्योंकि वह पशु पक्षियों व जीवआत्माओं के स्वामी हैं
अर्धनारीश्वर - शिव और शक्ति के मिलन से अर्धनारीश्वर नाम प्रचलित हुआ।
महादेव - महादेव का अर्थ है महान ईश्वरीय शक्ति।
भोलेनाथ - भोलेनाथ का अर्थ है कोमल हृदय, दयालु व आसानी से माफ करने वालों में अग्रणी। यह विश्वास किया जाता है कि भगवान शंकर आसानी से किसी पर भी प्रसन्न हो जाते हैं।
लिंगम - पूरे ब्रह्मांड का प्रतीक है।
नटराज - नटराज को नृत्य का देवता मानते है क्योंकि भगवान शिव तांडव नृत्य के प्रेमी है।