हिन्दू कैलेंडर के अनुसार 3 जून, 2019 (सोमवार) का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। इस दिन सूर्य पुत्र शनि देव का जन्मोत्सव, शनि जयंती है। इसके अलावा यह ज्येष्ठ मास की अमावस्या का दिन है, जो सोमवार को होने के कारण सोमवती अमावस्या कहलाती है। इसी दिन सिहागिनें अपने पति की दीर्घायु के लिए एक व्रत भी करती हैं जिसे शास्त्रों में वट सावित्री व्रत के नाम से जाना जाता है। इतना ही नहीं, ज्योतिष शास्त्रियों के अलावा इसदिन विशेष नक्षत्र भी बने हैं जो कि तकरीबन 149 वर्षों बाद देखने को मिले हैं।
ज्येष्ठ अमावस्या, सोमवती अमावस्या तिथि (Jyeshtha Amavasya, Somwati Amavasya date, time):
ज्योतिर्विद पं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार अमावस्या तिथि 2 जून दिन रविवार को दिन में 04:04 बजे से प्रारम्भ होकर अगले दिन 3 जून को 03:30 बजे तक व्याप्त रहेगी। 3 जून को उदया तिथि के कारण इसी दिन अमावास्या का मुख्य स्नान होगा। पंडित जी ने आगे बताया कि ज्येष्ठ अमावस्या को प्रयागराज की पावन भूमि पर पवित्र गंगा-यमुना के संगम तट पर स्नान-दान करने से परम पुण्यफल की प्राप्ति होती है।
शनि जयंती पर बने रहे दुलर्भ संयोग (Shani Jayanti astrological predictions, planetary positions, nakshatra):
ज्योतिर्विद पं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि सोमवार के दिन अमावस्या पड़ने के कारण इसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। सोमवार को सूर्योदय पूर्व से ही ब्रह्म मुहुर्त्त से अमावस्या का मान प्रारम्भ हो जाएगा। इस दिन रोहिणी नक्षत्र रविवार की रात में 12 बजकर 46 मिनट से प्रारम्भ होकर सोमवार की रात में 12 बजकर 44 बजे तक व्याप्त रहेगी । शनिश्चर जयन्ती भी इसी दिन होने से यह दिन बेहद महत्वपूर्ण बन गया है। 149 वर्षों बाद शनि जयंती पर सर्वार्थसिद्धि योग बना है।
यह भी पढ़ें: 4 से 6 जून के बीच बन रहा 'अशुभ' ग्रहीय संयोग, इन 5 राशियों के लिए भारी
शनि जयंती पर भूल से भी ना करें ये काम (Do's and don'ts of Shani Jayanti):
1) शनि जयंती पर भूल से भी किसी को चांदी का आभूषण भेंट ना करें। ऐसा करें से जीवन में कर्ज बढ़ जाता है2) इसदिन किसी को सफेद मोती भी ना दें। ऐसा करने से दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है3) शनि जयंती पर किसी को भी तांबे के बर्तन ना दें। ऐसा करने से व्यापार में भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है4) शनि जयंती पर चांदी, लोहे या फिर स्टील से बनी कोई भी वस्तु ना खुद के लिए खरीदें ना ही किसी को भेंट करें, ऐसा करने से रिश्तों में तनाव आता है5) शनि जयंती पर किसी को भी लाल या सफेद रंग के कपड़े ना दें। ऐसा करने से पारिवारिक कलह बढ़ता है और समाज में भी छवि खराब होती है