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Sawan 2022: सावन कब से शुरू हो रहा है, सोमवार व्रत और शिवरात्रि की तारीख क्या है

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 22, 2022 13:47 IST

Sawan 2022: सावन महीने की शुरुआत इस बार 14 जुलाई से हो रही है। इस बार सावन में चार सोमवार व्रत पड़ेंगे। इस महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा की जाती है।

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Shravan 2022 Date: सावन (Sawan Month) मास का हिंदू धर्म में बहुत खास महत्व है। इसे बेहद पवित्र माह माना गया है। दरअसल, ये मास भगवान शिव को बहुत प्रिय है। यही वजह है कि इसका महत्व काफी बढ़ जाता है। सावन का महीना इस बार यानी साल 2022 में 14 जुलाई से शुरू हो रहा है। इस पूरे महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा की जाती है। खासकर उत्तर भारत में सावन के महीने में भक्तों में जबर्दस्त उत्साह देखने को मिलता है। 

हर ओर भगवान शिव के भक्त नजर आते हैं। सावन के महीने में कांवड़ लेकर जाने और भगवान शिव पर जल चढ़ाने की मान्यता भी है। हिंदू सात्विक भोजन करते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं। आईए, जानते हैं इस साल सावन का महीना कब से कब है? साथ ही जानिए कि सावन की शिवरात्रि और सावन में सोमवार व्रत इस बार कब-कब पड़ेंगे...

Sawan 2022: सावन कब से शुरू हो रहा है?

हिंदू कैलेंडर के अनुसार महादेव का प्रिय माह सावन 14 जुलाई 2022 से शुरू हो रहा है। 12 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा है और इस दिन ये महीना समाप्त हो जाएगा। श्रावण पूर्णिमा के दिन ही रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है।

Sawan 2022: सावन में इस बार सोमवार व्रत कब-कब

सावन-2022 का पहला सोमवार 18 जुलाई को पड़ेगा। इसके बाद दूसरा सोमवार 25 जुलाई, तीसरा 1 अगस्त और फिर चौथा 8 अगस्त को पड़ेगा। इस बार सावन में चार सोमवार पड़ रहे हैं। 12 अगस्त को सावन श्रावण पूर्णिमा के साथ समाप्त होगा। ये शुक्रवार का दिन होगा।

Sawan 2022: सावन में शिवरात्रि की तारीख

सावन के महीने में शिवरात्रि का भी विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि शिवरात्रि त्योहार के दिन भगवान शिव पर जल चढ़ाने से भगवान शिव अत्यधिक खुश होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। इस बार सावन की शिवरात्रि 26 जुलाई (मंगलवार) को है। 

पंचाग के अनुसार सावन शिवरात्रि 2022 तिथि की शुरुआत 26 जुलाई को शाम 6:46 बजे (चतुर्दशी तिथि) से होगी। इसका समापन 27 जुलाई को रात्रि 9:11 बजे पर होगा। 

मान्यताओं के अनुसार हर साल 12 शिवरात्रियां आती हैं जो कि हर कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन पड़ती हैं। इन सभी में फाल्गुन और सावन के शिवरात्रि को सबसे ज्यादा महत्व दिया गया है। शिवरात्रि के दिन भक्त उपवास रखकर भगवान शंकर की पूजा करते हैं। शिवरात्रि की रात में भगवान शंकर की पूजा का विशेष विधान है। मान्यता है कि इससे दुखों का नाश होता है। ऐसी भी मान्यता है कि अगर कोई कुंवारी कन्या शिवरात्रि का व्रत रखती है तो उसे मनचाहा वर मिलता है।

शिवरात्रि के दिन लोग भगवान शिव को विशेष रूप से बेलपत्र और धतुरा चढ़ाते हैं। यह पूरा दिन बेहद शुभ माना जाता है और आप किसी भी समय भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर सकते हैं।

टॅग्स :सावनभगवान शिवहिंदू त्योहार
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