मुसलिम समुदाय का सबसे पाक महीना रमजान शुरू होने वाला है। चांद दिखा तो शुक्रवार या फिर शनिवार से मुकद्दस रमजान शुरू हो जाएंगे। इस साल रमजान का महीना लॉकडाउन और कोरोना वायरस की वजह से बदला-बदला सा होगा। इस बार लोग घरों में ही इबादत करेंगे। ये पहली बार होगा जब रमजान पर लॉकडाउन के चलते सभी इबादतें घर पर होंगी।
इस बार लॉकडाउन के चलते घरों से इबादत करने के लिए उलेमा ने अपील भी की है। हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार दारुल अूम देवबंद ने तो इसके लिए हिदायत भी जारी कर दी है। उलेमा ने अकीदतमंदों से अपील की है कि वे घर पर ही रहें। अपने घरों से ही इबादत करें।
इतने घंटे का होगा पहला रोजा
बता दें गर्मी और चिलचिलाती धूप रोजेदारों के सब्र का इम्तिहान लेगी। बताया जा रहा है कि इस बार पहला रोज 15 घंटे से ज्यादा वक्त का होगा। पहला रोजा 15 घंटे 9 मिनट का होगा। वहीं अंतिम रोजा भी 15 घंटे एक मिनट की अवधि का होगा। बताया जा रहा है कि पहला रोजा 4 बजकर 15 मिनट पर शुरू होगा जो शाम 6 बजकर 45 मिनट पर समाप्त होगा।
मिली है ये हिदायतें
1. किसी भी बीमारी या बहुत ज्यादा कमजोरी पर रोजा छोड़ सकते हैं। 2. लॉकडाउन के चलते जुमे की नमाज सहित अन्य नमाजों को भी घर पर अदा करें।3. प्रशासन द्वारा तय समय में ही इफ्तार और सहरी के लिए सामान खरीदें।4. छह या दस दिन की तरावीह पढ़ने के बजाए एक दिन या सवा सिपारा पढ़ें।5. लॉकडाउन के चलते इफ्तार पार्टी या मस्जिदों में जाने से बचें।6. अगर मस्जिदों में नमाज पढ़ने की छूट दी जाती है तो कुछ लोग ही जाएं।
लॉकडाउन के चलते नहीं होगें इस साल ये काम
1. तरावीह की नमाज घर पर होगी।2. कहीं पर भी शबीने नहीं होंगे।3. रोजा इफ्तार पार्टी या कार्यक्रम नहीं होंगे। 4. चांद देखने की प्रक्रिया भी घर से होगी। 5. पहली बार चांद रात पर बाजार गुलजार नहीं होंगे।
ऑनलाइन होंगे ये काम
1. बहुत से शहरों में उलेमा ऑनलाइन होंगी। 2. सहरी और इफ्तार की सूचना भी ऑनलाइन दी जाएगी। 3. कुरान सुनने के लिए भी कई तरह के ऐप और वेब पोर्टल का इस्तेमाल होगा।
पहले रोजे का समयमुकद्दस रमजानचांद दिखा तो पहला रोजा सहरी (25 अप्रैल शनिवार)सुन्नी 4:15 बजे शिया : 4: 10 बजेपहला रोजा इफ्तार (25 अप्रैल शनिवार)सुन्नी 6:54 बजे शिया : 6: 49 बजेदूसरा रोजा सहरी (26 अप्रैल रविवार)सुन्नी : 4:14 बजे शिया : 4: 09 बजे