Radha Ashtami 2024: राधा अष्टमी पर्व, लाखों श्रद्धालु आएंगे लाडली मंदिर, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व, कैसे मनाएं राधा रानी का जन्मोत्सव?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 10, 2024 22:24 IST2024-09-10T22:23:35+5:302024-09-10T22:24:50+5:30
Radha Ashtami 2024 shubh-muhurat significance vrat vidhi: मेले के लिए सात अपर पुलिस अधीक्षक, 34 पुलिस क्षेत्राधिकारी, 78 निरीक्षक, 290 उप निरीक्षक, 1400 आरक्षी, 375 होमगार्ड और पीएसी की दो कंपनियां तैनात की गयी हैं।

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Radha Ashtami 2024 shubh-muhurat significance vrat vidhi: मथुरा में राधा अष्टमी पर्व (राधा रानी का जन्मोत्सव) बुधवार को भव्य और दिव्य रूप में मनाने से पहले यहां बरसाना कस्बे में चाक चौबंद सुरक्षा-व्यवस्था की गयी है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मथुरा के जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि सुरक्षा से समझौता किए बिना, इस अवसर पर लाडली मंदिर में देवी के दर्शन करने आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन कराने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया, “ बरसाना को सात जोन और 16 सेक्टर में बांटा गया है।
जोन के प्रभारी वरिष्ठ स्तर के अधिकारी और सेक्टर के प्रभारी उप जिलाधिकारी (एसडीएम) स्तर के अधिकारी होंगे।" एडीएम योगानंद पांडेय को मेला अधिकारी बनाया गया है, वहीं पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) त्रिगुण बिसेन को मेले की सुरक्षा का प्रभार दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शैलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि राधाष्टमी पर बरसाना में भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। उनके मुताबिक, सुबह आठ बजे से ही सभी वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया गया है तथा सभी श्रद्धालुओं को अपने वाहन पार्किंग स्थलों पर ही छोड़कर पैदल मंदिर तक पहुंचने होगा।
अधिकारियों के मुताबिक, मेले के लिए सात अपर पुलिस अधीक्षक, 34 पुलिस क्षेत्राधिकारी, 78 निरीक्षक, 290 उप निरीक्षक, 1400 आरक्षी, 375 होमगार्ड और पीएसी की दो कंपनियां तैनात की गयी हैं। अधिकारियों ने बताया कि चेन झपटमारों, जेबकतरों और मोबाइल चोरों की कोशिशों को नाकाम करने के लिए मंदिर के अंदर सादे कपड़ों में महिला कांस्टेबलों सहित पुलिस बल तैनात की जाएगी।
अधिकारियों ने यह भी बताया कि ड्रोन कैमरों के साथ 52 सीसीटीवी असामाजिक तत्वों पर नजर रखेंगे। उनके मुताबिक, डूबने की घटनाओं को रोकने के लिए बरसाना के तीन प्रमुख कुंडों में कंटीली बाड़ लगाई गई है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा बरसाना की ओर जाने वाले विभिन्न प्रवेश बिंदुओं पर 48 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं।
अधिकारियों ने कहा, "तीर्थयात्रियों को छोटे-छोटे समूहों में मंदिर भेजा जाएगा।" लाडली मंदिर के पुजारी रास बिहारी गोस्वामी ने बताया कि राधा अष्टमी का मुख्य समारोह बुधवार सुबह चार बजे शुरू होगा। दोपहर में श्री राधारानी को एक रथ पर बिठाकर मंदिर की छतरी पर ले जाया जाएगा।
पुजारी ने बताया, “बुधवार दोपहर को श्री राधारानी पर हेलीकॉप्टर से गुलाब की पंखुड़ियां बरसाई जाएंगी।” भगवान श्रीकृष्ण के जन्म उत्सव के बाद, राधारानी के जन्म के भव्य उत्सव की तैयारियां चल रही हैं। बुधवार को ब्रह्म मुहूर्त में राधारानी का विशेष महाभिषेक (अनुष्ठान स्नान) किया जाएगा।
पुजारी ने बताया कि शाम को उन्हें सोने की पालकी में बिठाया जाएगा, ताकि भक्त सफेद छत्र के नीचे से उनके दर्शन कर सकें। उत्सव की शुरुआत सोमवार को ऊंचा गांव में एक पहाड़ी पर स्थित ललिता मंदिर में ललिता जी के अभिषेक के साथ हुई।