मृत्यु इस ब्रह्मांड का शाश्वत सत्य है। इस पृथ्वी पर जो भी आया है उसकी मृत्यु निश्चित है। मरा हुआ इंसान वापस जिंदा नहीं हो सकता है। इसलिए मृत्यु को लेकर हमेशा एक जिज्ञासा बनी रहती है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार एक मौत के बाद किसी भी जीव का पुनर्जन्म होता है। भगवद् गीता में भगवान कृष्ण ने कहा है कि आत्मा शरीर बदल लेती है और वह कभी भी उसी पुराने शरीर में प्रवेश नहीं करती है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या किसी को मृत्यु का आभास पहले से हो सकता है?
गरूण पुराण में मृत्यु को लेकर कुछ बातें जरूर कही गई हैं। गरूण पुराण के अनुसार आत्मा जब शरीर छोड़ती है तो उसे दो यमदूत लेने आते हैं। अगर मरने वाला सज्जन है और पुण्यात्मा है तो उसके प्राण निकलने में कोई पीड़ा नहीं होती है लेकिन अगर वो दुराचारी हो तो उसे पीड़ा सहनी पड़ती है।
यही नहीं, गरूण पुराण में यह भी कहा गया है कि मृत्यु के बाद आत्मा को यमदूत केवल 24 घंटे के लिए अपने साथ ले जाते हैं और उसे बताया जाता है कि उसने किसने पाप और पुण्य के काम किये हैं। इसके बाद आत्मा को फिर उसी घर में छोड़ दिया जाता है जहां उसने शरीर का त्याग किया था। वह आत्मा फिर 13 दिन के उत्तर कार्यों तक वहीं रहती है। 13 दिन बाद वह फिर यमलोक की यात्रा करता है।
मृत्यु से पहले होता है पूर्वाभास
किसी शख्स की मृत्यु कब और कैसे होगी, इस बारे में पता लगाना असंभव है। हालांकि, जानकार बताते हैं कि इस बारे में अनुमान लगाना मुमकिन है। पराविज्ञान के अनुसार कुछ ऐसे संकेत मिलने लगते हैं जिससे इंसान यह आभास लगा सकता है कि उसकी मृत्यु करीब है। यह संकेत हालांकि कोई और नहीं समझ सकता लेकिन मरने वाला व्यक्ति इसके संकेत महसूस कर सकता है।
पराविज्ञान के अनुसार यह संकेत इंसान को 9 महीने पहले से मिलने लगते हैं। ऐसे ही अगर कोई अपनी मां के गर्भ में 10 महीने तक रहा हो तो उसे 10 महीने पहले और कोई सात महीने रहा हो तो 7 महीने पहले से उसे मृत्यु का संकेत मिलने लगता है। जानिए, क्या हो सकते हैं वे संकेत जो बताते हैं मृत्यु करीब है-
1. मृत्यु जब करीब आ रही हो तो समय बीतने के साथ-साथ व्यक्ति अपनी नाक की नोक देखने में असमर्थ हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि उसकी आंखें धीरे-धीरे ऊपर की ओर मुड़ने लगती हैं और मृत्यु के समय आंखें पूरी तरह ऊपर की ओर मुड़ जाती हैं।
2. निधन से कुछ दिनों पहले से व्यक्ति को आसमान में मौजूद चांद खंडित लगने लगता है। शख्स को लगता है कि चांद बीच में से दो भागों में बंटा हुआ है, जबकि असल ऐसा कुछ नहीं होता।
3. मृत्यु के करीब आने पर शख्स को अपने मृत पूर्वजों के साथ रहने का अहसास होने लगता है। उसे लगता है कि कोई साया या कोई और हर समय उसके साथ लगातार रह रहा है। ऐसा अक्सर व्यक्ति की मृत्यु के दो से तीन पहले महसूस होने लगता है।
4. आम तौर पर जब हम और आप अपने कान पर हाथ रखते हैं तो भी उन्हें कुछ आवाज सुनाई देती रहती है। हालांकि, जिस व्यक्ति का अंत निकट होता है उसे कोई आवाज सुनाई नहीं देती है।
5. मरने वाले व्यक्ति को हर समय ऐसा लगता है कि उसके सामने कोई अंजान चेहरा मौजूद है।
6. पराविज्ञान के अनुसार मृत्यु से पहले मानव शरीर में से अजीब सी गंध भी आने लगती है, जिसे मृत्यु गंध का नाम दिया गया जाता है।
7. दर्पण में चेहरा देखने पर मृत्यु के करीब व्यक्ति को ऐसा लगता है कि वह किसी और का चेहरा देख रहा है। उसे अपना चेहरा बहुत स्पष्ट नहीं दिखता। ऐसा जब हो तो यह माना जता है कि व्यक्ति का निधन 24 घंटे के भीतर हो सकता है।