ईसाई धर्म के लोगों के लिए अप्रैल का तीसरा हफ्ता बहुत ज्यादा दुखदायी और खुशी वाला होता है। यह वो दिन होते हैं, जब इस समुदाय के लोग गुड फ्राइडे (Good Friday) और तीसरे दिन ईस्टर डे (Easter Sunday) मनाते हैं। इस हफ्ते को होली वीक कहा जाता है, जो रविवार से शुरू हो जाता है। इसकी शुरुआत पाम संडे से होती है। यह वो दिन है, जब यीशु मसीह यरूशलेम लौटे थे। उनके आने की खुशी में लोगों ने खजूर की टहनियां बिछाकर उनका स्वागत किया था।
मौंडी गुरुवार क्या है (What is Maundy Thursday)
ईसाई धर्म के कैथोलिक समुदाय के लोग मानते हैं कि मौंडी गुरुवार को यीशु ने अपनी गिरफ्तारी और क्रूस पर चढ़ाए जाने से पहले अपने शिष्यों के साथ आखिरी बार भोजन किया था। कैथोलिक समुदाये के लोगों का मानना है कि इस दिन यीशु ने अपने हाथों से शिष्यों के पैर धोए। इसलिए आज के दिन चर्च में पादरी लोगों के पैर धोते हैं। बिशप 12 लोगों के पैर धोकर यीशु के 12 शिष्यों को याद करते हैं।
मौंडी गुरुवार का महत्व (Maundy Thursday Significance)
आज के दिन दुनियाभर के गिरजाघरों में विशेष प्रार्थनाओं का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान चर्च जाने वाले सभी लोग एक-दूसरे के पैर धोकार यीशु मसीह और उनके शिष्यों को याद करेंगे। अगले दिन शुक्रवार को गुड फ्राइडे है। यह वो दिन है, जब प्रभु यीशू के सूली पर चढ़ाया गया था। कई जगह इसे ब्लैक डे और ग्रेट फ्राइडे भी कहा जाता है।
ऐसा कहा जाता है कि प्रभु यीशु की मृत्यु के बाद उन्होंने दोबारा जन्म लिया था जिस कारण से इस दिन को गुड फ्राइडे कहा जाता है। गुड फ्राइडे के दिन लोग चर्च में घंटे नहीं बजाते है बल्कि इस दिन विशेष प्रार्थना की जाती है।