भगवान भोलेनाथ का पावन पर्व यानी महाशिवरात्रि 21 फरवरी को है। इससे पहले राज्य सरकार ने एक फरमान जारी किया है। फरमान यह है कि इस साल महाशिव रात्रि के दिन गर्भगृह में प्रवेश निषेध होगा। 21 फरवरी से महाशिवरात्रि पर्व के दूसरे दिन तक महाकालेश्वर मंदिर 24 घंटे तक खुला रहेगा।
आपको बता दें कि सरकार ने ऐसा कदम इसलिए उठाया है क्योंकि मंगलवार को महाकाल के दर्शन करने के लिए वीवीआईपी लोग पहुंचे जिनकी वजह से व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी। इन वीवीआईपी लोगों में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस और राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर थे।
देवेंद्र फडनवीस और अनुराग ठाकुर के साथ 50 से ज्यादा सदस्य गर्भगृह के बाहर भीड़ के रूप में खड़े हो गए थे। इसकी वजह से कतार में खड़े आम लोगों को बाबा के दर्शन नहीं हो पाए। करीब आधे घंटे तक आम लोग बाबा के दर्शन नहीं कर पाए। व्यवस्था ध्वस्त होने की वजह से राज्य सरकार ने फरमान जारी कर दिया।
मंदिर प्रशासक एसएस रावत ने बताया कि आम श्रद्धालुओं को बिना किसी दिक्कत के बाबा के दर्शन हों इसके लिए जिले के प्रभारी सज्जन सिंह ने निर्देश दिए हैं। निर्देश में उन्होंने कहा है कि महाशिवरात्रि के दिन गर्भगृह में प्रवेश निषेध रहेगा।