Mahakumbh 2025: पौष पूर्णिमा स्नान के साथ महाकुम्भ मेला सोमवार से प्रारंभ हो गया। मेला अधिकारी के मुताबिक, सुबह साढ़े नौ बजे तक 60 लाख से अधिक लोगों ने संगम और गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समस्त श्रद्धालुओं, संत महात्माओं, कल्पवासियों और आगंतुकों का स्वागत करते हुए महाकुम्भ के प्रथम स्नान की शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने महाकुम्भ को भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गरिमा का प्रतीक बताया। मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि सोमवार को सुबह साढ़े नौ बजे तक 60 लाख से अधिक लोग गंगा और संगम में डुबकी लगा चुके हैं। पौष पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए तीर्थ पुरोहित राजेंद्र मिश्र ने बताया कि पौष माह के शुक्ल पक्ष के 15वें दिन पौष पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान से सभी तरह के पाप कट जाते हैं।
उन्होंने कहा कि पौष पूर्णिमा के साथ एक महीने तक चलने वाला कल्पवास भी आज से प्रारंभ हो गया। इस दौरान लोग एक माह तक तीनों समय गंगा स्नान कर एक प्रकार का तप वाला जीवन व्यतीत करते हैं और भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं। इससे पूर्व शनिवार और रविवार को मिलाकर 85 लाख से अधिक लोगों ने गंगा स्नान किया।
सूचना निदेशक शिशिर ने बताया कि शनिवार को भी संगम में स्नान करने के लिए 33 लाख श्रद्धालु आए थे। उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों (शनिवार और रविवार) में 85 लाख से अधिक लोगों ने संगम में स्नान किया। अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष महाकुम्भ में 45 करोड़ से अधिक लोगों के पहुंचने की उम्मीद है, जो इसे इतिहास का सबसे बड़ा समागम बना देगा। महाकुंभ में पहला अमृत स्नान (शुभ स्नान) मकर संक्रांति के अवसर पर 14 जनवरी को निर्धारित है और इस दौरान सभी अखाड़े निर्धारित क्रम में अपने अनुष्ठानिक स्नान करेंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को महाकुम्भ की शुरुआत पर अपनी शुभकामनाएं दीं, जिसे उन्होंने संस्कृतियों का संगम और अनेकता में एकता का संदेश बताया। पौष पूर्णिमा स्नान के साथ महाकुम्भ मेला सोमवार से प्रारंभ हो गया। मेला अधिकारी के मुताबिक, सुबह आठ बजे तक 40 लाख से अधिक लोगों ने संगम और गंगा में आस्था की डुबकी लगाई।
आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘पौष पूर्णिमा की बधाई। विश्व के विशालतम आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम ‘महाकुम्भ’ का आज से तीर्थराज प्रयागराज में आरंभ हो रहा है। अनेकता में एकता की अनुभूति के लिए, आस्था एवं आधुनिकता के संगम में साधना एवं पवित्र स्नान के लिए पधारे सभी पूज्य सन्तों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत है। मां गंगा आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘महाकुम्भ प्रयागराज के आरंभ एवं प्रथम स्नान की मंगलमय शुभकामनाएं। सनातन गर्व-महाकुम्भ पर्व।’’
एक अन्य पोस्ट में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जहां संस्कृतियों का संगम भी है, श्रद्धा और समरसता का समागम भी है। ‘अनेकता में एकता’ का संदेश देता महाकुम्भ-2025, प्रयागराज मानवता के कल्याण के साथ ही सनातन से साक्षात्कार करा रहा है।’’