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आज होलिका दहन पर इस नियम से करें पूजा, जानें क्या है शुभ मुहूर्त और पूजन विधि?

By अंजली चौहान | Updated: March 7, 2023 12:32 IST

होली से एक दिन पहले होलिका दहन का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। होलिका दहन करने के हिंदू शास्त्रों में कई नियम बताए गए हैं जिनका पालन करना बेहद जरूरी है।

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ठळक मुद्दे7 मार्च, मंगलवार को पूरे देश में होलिका दहन किया जाएगाहोलिका दहन के एक दिन बाद पूरे देश में होली मनाई जाएगीहोलिका दहन के समय पूरे विधि विधान से पूजा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं

होलिका दहन 2023: होली हिंदू धर्म में सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, हर साल फाल्गुन मास की शुक्ल पूर्णिमा पर रंगों के त्योहार को पूरे धूमधाम से देश में मनाया जाता है। हालांकि, उससे ठीक एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है और इस साल 7 मार्च, 2023 यानी आज देशभर में होलिका दहन किया जाएगा।

होली से एक दिन पहले होलिका दहन का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। होलिका दहन करने के हिंदू शास्त्रों में कई नियम बताए गए हैं जिनका पालन करना बेहद जरूरी है। ऐसे में आइए आपको बताते हैं होलिका दहन का शुभ मुहूर्त क्या है और इसके क्या नियम...

होलिका दहन 2023 का शुभ मुहूर्त

होलिका दहन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है और अगले दिन लोग होली मनाते हैं। इस साल होलिका दहन 2023 का शुभ मुहूर्त 2 घंटे 27 मिनट तक रहेगा। 7 मार्च को मंगलवार की शाम करीब 6 बजकर 24 मिनट से रात 8 बजकर 51 मिनट तक होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रहेगा। 

होलिका दहन के लिए सामग्री

होलिका दहन के लिए कुछ चीजों को रखना बहुत जरूरी होता है। इस सामग्री के बिना होलिका दहन अधूरा रहता है। होलिक दहन से पहले साबुत अनाज, साबुक मूंग दाल, गोबर के उपलें, रोली, अक्षत, एक गिलास पानी, अगरबत्ती, हल्दी का टुकड़ा, कलावा, फूल, बताशा, गुलाल, नारियल, मिठाई इन चीजों को पूजा की थाली में जरूर शामिल करें और फिल होलिका दहन की पूजा के लिए जाए। 

होलिका दहन पूजन विधि 

होलिका दहन के लिए जहां सारी लकड़ियां इकट्ठा की गई है वहां पूजा की थाली लेकर जाएं। इसके बाद गंगाजल या पानी छिड़ककर फूल, कुमकुम लगाएं। इसके बाद कलावा या कच्चे सूत के धागे को होलिका के चारों तरफ तीन बार लपेटें और 5 से 7 पर परिक्रमा करें।

इसके बाद पूजा की थाली में रखें सभी सामान जैसे उपलें, अनाद की बाली, हल्दी, मूंग दाल, गुड आदि सभी चीजों को होलिका में अर्पित कर दें। होलिका दहन के समय आपको विशेष ध्यान रखना है कि नया अनाज, जैसे जौ को आपको होलिका की अग्नि में समर्पित नहीं करना है उसे केवल भूनकर अपने घर लाएं और घर प्रसाद के रूप में बांट दें। शास्त्रों के अनुसार ये बहुत शुभ माना जाता है।   

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य सूचना पर आधारित है, Lokmat Hindi इसकी पुष्टि नहीं करता है। कृपया किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)

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