Baisakhi 2019: अपने पंजाबी दोस्तों को बैसाखी भर भेजें ये मजेदार शुभकामना संदेश, बढ़ जाएगी सबकी खुशी
By गुलनीत कौर | Published: April 13, 2019 07:17 AM2019-04-13T07:17:32+5:302019-04-13T07:17:32+5:30
बैसाखी पर्व को मनाने के पीछे दो खास वजहें हैं - पहला, इस दिन सिख धर्म के 10वें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी और दूसरा, किसान इस दिन को अपनी पकी हुई फसल के कटने की खुशी में मनाते हैं।
खुशी और उत्सव का पर्व बैसाखी हर साल 14 अप्रैल को मनाया जाता है. यह उत्सव उत्तरी भारत में पंजाब सहित कई हिस्सो में प्रचलित है। इस उत्सव को मनाने के पीछे दो खास वजहें हैं - पहला, इस दिन सिख धर्म के 10वें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी और दूसरा, किसान इस दिन को अपनी पकी हुई फसल के कटने की खुशी में मनाते हैं।
पूरे देश में मनाते हैं बैसाखी
देश के कई हिस्सों में इस त्योहार को अलग नाम से जाना जात है। असम में इसे बिहू कहते हैं, बंगाल में इसे पोइला बैसाख कहते हैं और केरल में इस त्यौहार को विशु कहा जाता है। इस दिन पंजाब में इसकी रौनक देखने को मिलता है। क्योंकि यह सिख धर्म के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस दिन पंजाब का परंपरागत नृत्य भांगड़ा और गिदा किया जाता है।
बैसाखी, सिख धर्म का नया साल
धार्मिक मान्यता के अनुसार वैसाखी पर्व से ही सिक्खों का नया साल शुरू होना माना जाता है। इस मौके पर अगर आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को बधाई संदेश भेजना चाहते हैं या अपने व्हाट्सअप या फेसबुक स्टेटस डालना चाहते हैं तो यहां आपके लिए बैसाखी के बाधाई संदेश और वॉलपेपर मौजूद हैं। जिसे आप भेज सकते हैं:
नाचो-गाओ, खुशी मनाओ,
आई है बैसाखी, चलो जश्न मनाओ,
रखकर सब चिंताओं को एक आरे मिलकर गीत खुशी के गाओ
बैसाखी का त्योहार मनाओ
बैसाखी की शुभकामनाएं
खुशबु आपकी यारी की हमें महका जाती है,
आपकी हर एक की हुई बात हमें बहका जाती है,
सांसें तो बहुत देर लगाती हैं आने-जाने में,
हर सांस से पहले आपकी याद आ जाती है.
बैसाखी मुबारक हो
बैसाखी आई, साथ में ढेर सारी खुशियां लाई,
तो भंगड़ा पाओ, खुशी मनाओ,
मिलकर सब बंधु भाई.
बैसाखी की शुभकामनाएं
बैसाखी का खुशहाल मौका है,
ठंडी हवा का झौंका है,
पर तेरे बिन अधूरा है सब,
लौट आओ हमने खुशियों को रोका है,
बैसाखी की शुभकामनाएं
ना ले, गा ले हमारे साथ
आई है बैसाखी खुशियों के साथ
मस्ती में झूम और खीर-पूरे खा
और ना कर तू दुनिया की परवाह
बैसाखी की शुभकामनाएं
सुनहरी धूप बरसात के बाद
थोड़ी सी खुशी हर बात के बाद
उसी तरह हो मुबारक आप को
ये नई सुबह कल रात के बाद
बैसाखी की शुभकामनाएं
नए दौर, नए युग की शुरुआत,
सत्यता, कर्तव्यता हो सदा साथ,
बैसाखी का यह सुंदर पर्व
सदैव याद दिलाता है मानवता का पाठ
बैसाखी की शुभकामनाएं
सुबह से शाम तक वाहेगुरू की कृपा,
ऐसे ही गुजरे हर एक दिन,
न कभी हो किसी से गिला-शिकवा,
एक पल न गुजरे खुशियों बिन.
बैसाखी की शुभकामनाएं.
खालसा मेरो रूप है खास,
खालसे में करूं निवास,
खालसा मेरा मुख हैं अंगा,
खालसे के साजना दिवस की आप सब को बधाई