Surya Grahan 2024: तीन दिन बाद सूर्य ग्रहण, भूलकर भी न करें ये 5 काम, बरतें ये सावधानियां
By रुस्तम राणा | Published: September 28, 2024 03:05 PM2024-09-28T15:05:03+5:302024-09-28T15:05:03+5:30
Surya Grahan 2024 date and Timing: सूर्य ग्रहण सर्व पितृ अमावस्या के दिन भारतीय मानक समय के अनुसार, 2 अक्टूबर को रात 9 बजकर 13 बजे शुरू होगा और देर रात 3 बजकर 17 मिनट (03 अक्टूबर) तक रहेगा। ग्रहण की कुल अवधि 6 घंटे 4 मिनट तक रहेगी।

Surya Grahan 2024: तीन दिन बाद सूर्य ग्रहण, भूलकर भी न करें ये 5 काम, बरतें ये सावधानियां
Do's and Don'ts On Surya Grahan 2024: इस साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 2-3 अक्टूबर, को लगने जा रहा है। यह सूर्य ग्रहण वलयाकार होगा। सूर्य ग्रहण सर्व पितृ अमावस्या के दिन भारतीय मानक समय के अनुसार, 2 अक्टूबर को रात 9 बजकर 13 बजे शुरू होगा और देर रात 3 बजकर 17 मिनट (03 अक्टूबर) तक रहेगा। ग्रहण की कुल अवधि 6 घंटे 4 मिनट तक रहेगी। यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए यहां ग्रहण का सूतक काल भी प्रभावी नहीं होगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ग्रहण काल को एक अशुभ समयाविधि के रूप में जाना जाता है, जिसका प्रभाव शुभ-अशुभ रूप से देश-दुनिया पर पड़ता है।
सूर्य ग्रहण के दौरान न करें ये काम
1. सूर्यग्रहण के दौरान पूजा-पाठ नहीं करनी चाहिए। संभव हो तो घर के मंदिर को परदे से ढंक दें।
2. सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ भी खाना-पीना नहीं चाहिए। यदि बहुत जरूरी हो तो बच्चे, बूढ़े या गर्भवती महिलाएं जरूरी दवाएं ले सकते हैं और खा भी सकते हैं।
3. सूर्य ग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए और न ही घर से बाहर निकलना चाहिए। ऐसी स्थिति में घर में ही रहना ठीक माना गया है।
4. ग्रहण के दौरान शारीरिक संबंध बनाना शुभ नहीं होता है। जो व्यक्ति ऐसा करता है, उसे भविष्य में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
5. ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकलें और न ही किसी धारदार चीज जैसे चाकू, कैंची आदि का उपयोग करना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें
1. सूर्य ग्रहण के दौरान मन ही मन में मंत्र जाप कर सकते हैं। इस दौरान अपने ईष्ट या सूर्यदेव से संबंधित मंत्रों का जाप करना चाहिए।
2. जिन लोगों की राशि में सूर्यग्रहण हो, उन्हें राहु-केतु से संबंधित मंत्रों का जाप करना चाहिए। इससे वे ग्रहण के अशुभ फल से बच सकते हैं।
3. सूर्य ग्रहण के दौरान धर्म ग्रंथ जैसे श्रीमद्भागवत, गीता आदि को पढ़ सकते हैं। इससे शुभ फल मिलते हैं।