इस साल दिवाली 27 अक्टूबर को मनायी जाएगी। जिसकी तैयारियों लोगों ने शुरू कर दी है। दिवाली से दो दिन पहले यानी 25 अक्टूबर को धनतेरस धूम-धाम से मनाया जाएगा। धनतेरस के दिन खरीददारी करने का भी प्रचलन है। माना जाता है कि इस दिन नया सामान खरीदने से घर में लक्ष्मी का आगमन होता है।
ज्यादातर लोग इस दिन अपने घर में नए बर्तन और सोने चांदी की नयी चीजें खरीद कर लाते हैं। सिर्फ यही नहीं धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करना भी बेहद शुभ माना जाता है। मगर धनतेरस पर आप राशि अनुसार भी खरीददारी कर सकते हैं जो आपके लिए शुभ साबित होगा।
दिवाली से पहले कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को मनाया जाने वाले धनतेरस को लेकर भी काफी मान्यताएं हैं। माना जाता है कि इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान, अमृत का कलश लेकर धन्वन्तरी प्रकट हुए थे। इसीलिए इस दिन धन्वन्तरि देव की उपासना भी की जाती है। धनतेरस पर इस बार अपनी राशि के अनुसार खरीदें सामान-
मेष - चांदी या तांबा के बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक सामान
वृष - चांदी या तांबे के बर्तन
मिथुन - स्वर्ण आभूषण, स्टील के बर्तन, हरे रंग के घरेलू सामान, पर्दा
कर्क - चांदी के आभूषण, बर्तन
सिंह - तांबे के बर्तन, वस्त्र, सोना
कन्या - गणेश की मूर्ति, सोना या चांदी के आभूषण, कलश
तुला- वस्त्र, सौंदर्य या सजावट सामग्री, चांदी या स्टील के बर्तन
वृश्चिक - इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, सोने के आभूषण, बर्तन
धनु - स्वर्ण आभूषण, तांबे के बर्तन
मकर - वस्त्र, वाहन, चांदी के बर्तन
कुम्भ - सौंन्दर्य के सामान, स्वर्ण, ताम्र पात्र, जूता-चप्पल
मीन - स्वर्ण आभूषण, बर्तन
धनतेरस पर पूजा का शुभ मुहूर्त
शाम- 07:08 से 08:31 तक प्रदोष काल- 05:58 PM से 08:31 PMवृषभ काल- 07:07 PM to 09:02 PMत्रयोदशी तिथी की शुरुआत - 25 अक्टूबर को 07:08 PM बजेत्रयोदशी तिथी खत्म - 26 अक्टूबर को 03:46 PM बजे
खरीददारी करने की सही तिथि
सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त- 06:43 PM से 07:08 PM तकइस मुहूर्त में यदि आप सोना खरदीते हैं तो उसे बेहद शुभ माना जा सकता है। वहीं आप अन्य सामान भी इसी समय पर खरीद सकते हैं। माना जाता है कि धनतेरस के दिन सोना खरीदने से घर में लक्ष्मी प्रवेश करती हैं।
पुरानी परम्पराओं की मानें तो दिवाली वाले दिन ही श्रीराम, लकांपति रावण का वध करके अयोध्या वापिस आए थे। इसी वजह से लोगों ने इस दिन अपने घरों में दीये जलाए थे। तभी से दिवाली का ये पावन पर्व हर साल मनाया जाता है।