कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी यानी देवउठनी या देवोत्थान एकादशी पर श्रीविष्णु की पूरे विधि-विधान से पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु अपनी चार महीने की नींद से जागते हैं। बताया तो ये भी जाता है कि इस दिन सभी देवता जागते हैं। इसी दिन के बाद से सारे शुभ और मांगलिक काम भी शुरू हो जाते हैं।
कब है देवउठनी एकादशी
इस साल देवउठनी एकादशी 8 नवंबर को पड़ रही है। देवश्यनी एकादशी के बाद से सभी शुभ कार्य बंद हो जाते हैं। जो की देवउठनी एकादशी पर ही आकर वापिस से शुरू होते हैं। माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु अपनी नींद से जागते हैं। कार्तिक मास में आने वाली इस एकादशी को देवोत्थान, देवउठनी या प्रबोधिनी एकादशी भी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु को पूजा जाता है।
इस दिन विष्णु भगवान की खास तरह से पूजा भी की जाती है। इस दिन कुछ उपाय करके आप भगवान विष्णु को प्रसन्न कर सकते हैं। आइए आपको बताते हैं वो 7 उपाय जिन्हें आप देवउठनी एकादशी के दिन कर सकते हैं।
देवउठनी एकादशी पर करें ये 5 उपाय
1. देवउठनी एकादशी के दिन घर में दीया जलाएं। चूंकी इस दिन भगवान विष्णु जागते हैं तो उनका दीया जलाकर स्वागत करना चाहिए।2. देवउठनी एकादशी के दिन घर में तुलसी का विवाह जरूरी कराएं। इससे विष्णु भगवान काफी प्रसन्न होते हैं।3. एकादशी के दिन सूर्योदय से पहले उठें और भगवान विष्णु की पूजा करें तथा रात में तक जागकर श्री हरि का कीर्तन करें।4. एकादशी के दिन नमक और चावल से बनें किसी भी तरह के खाद्य पद्वार्थ का सेवन ना करें।5. देवउठनी एकादशी के दिन गाय को भोजन जरूर कराएं। साथ ही ब्राह्मणों को दान-दक्षिणा दें।
क्या है देवउठनी एकादशी का शुभ मुहूर्त
देवउठनी एकादशी 2019 तिथि देवउठनी एकादशी 2019 में कार्तिक मास की शुक्लपक्ष तिथि में 8 नवंबर 2019 को है।देवउठनी एकादशी तिथि प्रारम्भ - सुबह 9 बजकर 55 मिनट से ( 7 नवम्बर 2019) देवउठनी एकादशी तिथि समाप्त - अगले दिन दोपहर 12 बजकर 24 तक (8 नवम्बर 2019)