Chhath Puja 2019: शुरू होने जा रहा है छठ का महापर्व, जानें शुभ मुहूर्त और नहाय-खाय से लेकर खरना और अर्घ्य की पूजा विधि

By मेघना वर्मा | Updated: October 29, 2019 12:20 IST2019-10-29T12:20:58+5:302019-10-29T12:20:58+5:30

छठ के पहले दिन यानी नहाय खाय में भक्त गंगा या किसी पवित्र नदीं में स्नान करते हैं। इसके बाद अपने लिए पूरा खाना तैयार करते हैं। लौकी-भात और चना की दाल खाते हैं।

Chhath Puja 2019: chhath puja date and subh muhurt, time, significance and puja vidhi | Chhath Puja 2019: शुरू होने जा रहा है छठ का महापर्व, जानें शुभ मुहूर्त और नहाय-खाय से लेकर खरना और अर्घ्य की पूजा विधि

Chhath Puja 2019: शुरू होने जा रहा है छठ का महापर्व, जानें शुभ मुहूर्त और नहाय-खाय से लेकर खरना और अर्घ्य की पूजा विधि

Highlightsछठ के इस व्रत में भगवान सूर्य और छठी मईया की पूजा की जाती है। इस व्रत में महिलाएं पूजा के समय नाक से लेकर मांग तक का लंबा सा सिंदूर लगाती हैं।

देश भर में 31 तारीख से छठ पर्व की शुरुआत हो जाएगी। छठ की तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। विशेषकर बिहार और उत्तर प्रदेश में छठ के इस व्रत को काफी धूमधाम से मनाया जाता है। चार दिनों तक चलने वाला छठ पर्व सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। 

छठ के इस व्रत में भगवान सूर्य और छठी मईया की पूजा की जाती है। छठ को सुहाग की रक्षा के लिए भी महिलाएं रहती हैं। इस व्रत में महिलाएं पूजा के समय नाक से लेकर मांग तक का लंबा सा सिंदूर लगाती हैं। नहाय-खाय से शुरू होने वाले इस व्रत में खरना और सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही ये व्रत खत्म होता है। छठ ही एक ऐसा पर्व है जिसमें ढलते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है। 

छठ का पर्व आस्था का पर्व है, जिसमें सूर्य देवता और छठी मैया की उपासना की जाती है। छठ में सबसे पहले नहाया खाय, फिर खरना और इसके बाद तीसरे दिन ढलते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है। सूर्य देव के इस व्रत की काफी मान्यता है। मगर इस दिन सूरज को जल चढ़ाते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना भी जरूरी होता है।

इस साल छठ पर्व का शुभ मुहूर्त

छठ पूजा का कैलेंडर

छठ पूजा नहाय-खाए (31 अक्टूबर)

खरना का दिन (1 नवम्बर)

छठ पूजा संध्या अर्घ्य का दिन (2 नवम्बर)

उषा अर्घ्य का दिन (3 नवम्बर)

पूजा के लिए शुभ मुहूर्त-

पूजा का दिन- 2 नवंबर, शनिवार

पूजा के दिन सूर्योदय का शुभ मुहूर्त- 06:33

छठ पूजा के दिन सूर्यास्त का शुभ मुहूर्त- 17:35

षष्ठी तिथि आरंभ- 00:51 (2 नवंबर 2019)

षष्ठी तिथि समाप्त- 01:31 (3 नवंबर 2019)

नहाय-खाय

छठ के पहले दिन यानी नहाय खाय में भक्त गंगा या किसी पवित्र नदीं में स्नान करते हैं। इसके बाद अपने लिए पूरा खाना तैयार करते हैं। लौकी-भात और चना की दाल खाते हैं। इन सभी साम्रगियों को मिट्टी के चूल्हे पर बनाया जाता है। इस खाने को खाकर महिलाएं खाकर खुद को व्रत के लिए तैयार करती हैं।

खरना

छठ के दूसरे दिन भक्त पूरे दिन व्रत रखते हैं और शाम को सूर्य अस्त होने के बाद खीर और रोटी का सेवन करते हैं। खीर और रोटी का सेवन इसी व्रत के अंतर्गत ही आता है।

संध्या अर्घ्य

छठ के तीसरे दिन घर पर प्रसाद तैयार किया जाता है। बहुत सारी सामग्रियों के साथ इस प्रसाद को तैयार किया जाता है। इसके बाद इसे सूर्य भगवान को दिखाया जाता है। इस मौके पर महिलाएं ज्यादातर साड़ियां पहनती हैं। शाम को सभी छठी मईया के गाने और भजन गाते हैं।

ऊषा अर्घ्य

छठ के चौथे दिन भक्त सूर्य उगने से पहले ही गंगा घाटों या नदी के घाटों पर आ जाती हैं। साथ ही उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देती हैं। इसी दिन महिलाएं अपने 36 घंटे के व्रत का पारण करती हैं। 

Web Title: Chhath Puja 2019: chhath puja date and subh muhurt, time, significance and puja vidhi

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