Chhath Puja 2019: छठ पूजा पर अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त और सही समय, जानें भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के फायदे
By मेघना वर्मा | Published: November 2, 2019 08:55 AM2019-11-02T08:55:48+5:302019-11-02T09:07:21+5:30
Chhath Puja 2019: नहाय-खाय से शुरू होने वाले इस व्रत में खरना और सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही ये व्रत खत्म होता है।
देशभर में छठ का महापर्व मनाया जा रहा है। विशेषकर बिहार और उत्तर प्रदेश में छठ की धूम देखने को मिलती है। तीन दिनों तक चलने वाले इस व्रत में सूर्य देव और छठी माई की पूजा की जाती है। आज यानी छठ के तीसरे दिन सूरज को अर्घ्य देने की प्रथा होती है। छठ को सुहाग की रक्षा के लिए भी महिलाएं रहती हैं।
इस व्रत में महिलाएं पूजा के समय नाक से लेकर मांग तक का लंबा सा सिंदूर लगाती हैं। नहाय-खाय से शुरू होने वाले इस व्रत में खरना और सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही ये व्रत खत्म होता है। मगर क्या आप जानते हैं छठ पर अर्घ्य देने का भी अपना एक अलग फायदा होता है। आईए हम बताते हैं आपको छठ पर सूर्य को अर्घ्य देने का क्या फायदा होता है।
छठ में सूर्यास्त और सूर्योदय का समय
02 नवंबर: दिन शनिवार- तीसरा दिन: संध्या अर्घ्य। सूर्योदय: सुबह 06:33 बजे, सूर्यास्त: शाम 05:35 बजे।
03 नवंबर: दिन रविवार- चौथा दिन: ऊषा अर्घ्य, पारण का दिन। सूर्योदय: सुबह 06:34 बजे, सूर्यास्त: शाम 05:35 बजे।
छठ पर सूर्य को अर्घ्य देने के फायदे
1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में सूर्य का प्रभाव सबसे अधिक माना जाता है। विजय और प्रतिष्ठा के लिए लोग सूर्य की उपासना करते हैं। छठ पर सूर्य की उपासना आपको कई मायने में फायदा पहुंचा सकती है।
2. सूर्य देव को शासन या सत्ता का ग्रह भी कहा जाता है। आप नौकरी करते हैं या किसी भी काम में तरक्की चाहते हैं तो सूर्य देव की उपासना से आपको फायदा मिलेगा।
3. सूर्य देव को अर्घ्य देने से व्यक्ति के जीवन में कभी भी किसी चीज की कमी नहीं रहती है।
4. व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य, ज्ञान और बुद्धि के लिए सूर्य की पूजा करनी चाहिए और उनको अर्घ्य देना चाहिए।
5. सूर्य को हमेशा तांबे के पात्र से ही जल का अर्घ्य देना चाहिए। इससे आपको लाभ मिलेगा।