Akshaya Tritiya 2019: 100 वर्षों बाद बन रहा विशेष संयोग, लाभ पाने के लिए करें ये काम
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: May 3, 2019 10:52 IST2019-05-03T10:52:52+5:302019-05-03T10:52:52+5:30

Akshaya Tritiya 2019: 100 वर्षों बाद बन रहा विशेष संयोग, लाभ पाने के लिए करें ये काम
वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अत्यंत ही शुभकारी और सौभाग्यशाली माना जाता है. इस दिन कई शुभ कार्य भी किए जाते हैं. पंडित उमेश तिवारी के अनुसार लगभग 100 वर्षों के पश्चात अक्षय तृतीया पर विशेष संयोग बन रहा है. बुधादित्ययोग एवं चंद्र भौम का लक्ष्मी योग बन रहा है. इस तिथि को अक्षय माना जाता है अर्थात जिसका कभी क्षय नहीं होता. यह एक अबूझ मुहूर्त है.
पंडित तिवारी के अनुसार इस दिन शुभ कार्य को कर सकते हैं. मंगलवार 7 मई को देशभर में अक्षय तृतीया मनाई जाएगी. सूर्योदय से तृतीया का आरंभ होगा. इसका समापन मध्य रात्रि 2.26 मिनट पर होगा. तृतीया के दिन नक्षत्र 4 बजकर 44 मिनट तक रहेगा. अपनी उच्च राशि में चंद्रभौम का संयोग होगा. 4 ग्रह सूर्य, शुक्र, चंद्र और बुध अपनी उच्च राशि में गोचर करेंगे. बुधादित्य योग राजयोग का कारक भी होगा.
उन्होंने बताया कि इन चार राशियों का अपनी उच्च राशि में गोचर करना मानव जीवन पर बेहतर प्रभाव डाल सकता है. प्रात:काल 8.30 से 10 बजे तक चर मुहूर्त होगा. सुबह 10.05 से 11.30 बजे तक लाभ मुहूर्त होगा. सुबह 11.30 से दोपहर 1 बजे तक अमृत मुहूर्त होगा. यानी लगभग 4 घंटे 30 मिनट चर लाभ अमृत मुहूर्त होगा. इस दिन पीली धातु, भूमि, वाहन, कीमती वस्तुएं आदि खरीदी की जा सकती हैं.
अक्षय तृतीया के दिन सोने-चांदी की चीजें खरीदने का विधान है. पंडित तिवारी के अनुसार इस दिन जप, दान, पुण्य इत्यादि जो भी कार्य किए जाते हैं वे अक्षय फल प्रदान करने वाले होते हैं. इस दिन विष्णु-लक्ष्मी की अर्चना चंदन, सुगंधित पुष्पों द्वारा करनी चाहिए. इस दिन पितरों की प्रसन्नता के लिए जल कलश, पंखा, खड़ाऊं, छाता, सत्तू, ककड़ी, खरबूजा, फल, शक्कर, घी आदि दान करने चाहिए.
