एक पिता नारियल की तरह होते हैं। ऊपर से जितने सख्त अंदर से उतने ही नर्म। जिंदगी में कभी किसी भी मोड़ पर आप मुसीबत में होते हैं तो पिता ही हैं जो सबसे पहले आपकी मदद को सामने आता है। मुसीबत चाहे जैसी भी हो पिता के पास हर चीज का हल होता है। पिता के इस प्यार का कोई मोल नहीं चुकाया जा सकता। मगर हर साल पिता को धन्यवाद कहने के लिए फादर्स डे मनाया जाता है।
इस साल फादर्स डे 21 जून को पड़ रहा है। पूरी दुनिया में ये दिन मनाया जाता है मगर अलग-अलग दिनों पर। जिस तरह मां के प्रति सम्मान और स्नेह के लिए हर साल मदर्स डे मनाया जाता है उसी तरह पिता के प्यार और स्नेह के लिए हर साल फादर्स डे मनाया जाता है। लोग अलग-अलग तरह से इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं। फादर्स डे के इतिहास की बाद करें तो ये भी बहुत पुराना है।
फादर्स डे का इतिहास
फादर्स डे की शुरुआत अमेरिका से हुई थी। बताया जाता है पहली बार फादर्स डे 19 जून, 1909 को मनाया गया था। हलांकि ये कहीं लिखित नहीं है मगर बताया जाता है कि वॉशिंगटन के स्पोकेन शहर में सोनोरा डॉड ने अपने पिता की स्मृति में इस दिन की शुरुआत की थी।
वहीं इसके बाद साल 1916 के तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने इस दिन को मनाने को स्वीकृति दी थी। 1924 में राष्ट्रपति कैल्विन कुलिज ने फादर्स डे को राष्ट्रीय आयोजन घोषित किया था। मगर इसे जून के तीसरे रविवार को मनाने का फैसला 1966 में राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने लिया था। वहीं 1972 में पहली बार यह दिन नियमित अवकाश के रूप में घोषित किया गया।
एक पिता अपने बच्चों को सारी खुशी देना चाहता है। अपनी हैसियत और अपनी जेब के हिसाब से वो सारे काम करता है जिससे उसका बच्चा खुश रहे। अच्छे से अच्छी शिक्षा, नौकरी, पहनावा, खाना और क्या कुछ नहीं। पिता के इसी स्नेह का शुक्रिया कहने के लिए फादर्स डे मनाया जाता है।