'मस्जिदों में नमाज पढ़ने से भागेगा कोरोना', सपा सांसद बर्क ने की मस्जिदों में नमाज अदा करने की इजाजत
By भाषा | Updated: July 21, 2020 14:30 IST2020-07-21T14:30:42+5:302020-07-21T14:30:42+5:30
कोविड—19 महामारी के दौर में आगामी एक अगस्त को पड़ रही बकरीद के लिये जानवरों की मंडियां मुकम्मल तरीके से नहीं लग पा रही हैं। हालांकि सरकार ने बकरीद की नमाज के सिलसिले में कोई दिशानिर्देश नहीं जारी किया है, लेकिन माना जा रहा है कि ईद की ही तरह बकरीद की नमाज भी मस्जिद में पांच लोगों की जमात से ही होगी।

SP सांसद ने कहा, 'बकरीद पर पढ़ी जाने वाली नमाज में अल्लाह का शुक्र अदा किया जाता है, इसलिए उनकी यह भी मांग है कि बकरीद पर ईदगाह और मस्जिदें खोली जाएं।
संभल: बकरीद के मौके पर कुर्बानी के लिये पशु बाजार दोबारा लगवाने की मांग करते हुये अपने बयानों के लिये हमेशा चर्चा में रहने वाले समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने सरकार से इस अवसर पर ईदगाह तथा मस्जिदें खोले जाने की वकालत की है ।
संभल से सांसद बर्क ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने जिलाधिकारी से मुलाकात कर बकरीद के अवसर पर पहले की तरह पशु बाजार लगाये जाने की मांग की है ताकि मुस्लिम समुदाय के लोग कुर्बानी के लिये उनकी खरीद कर सकें। उन्होंने कहा, 'बकरीद पर पढ़ी जाने वाली नमाज में अल्लाह का शुक्र अदा किया जाता है, इसलिए उनकी यह भी मांग है कि बकरीद पर ईदगाह और मस्जिदें खोली जाएं। उन्हें यकीन है कि जब ज्यादा से ज्यादा मुसलमान नमाज अल्लाह के दरबार में मुल्क की भलाई की दुआ करेंगे तो अल्लाह हमारी जरूर सुनेंगे।'
सपा सांसद ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'मस्जिद में पांच लोगों की जमात से नमाज थोड़े ही हो जाएगी। सारे मुसलमानों को नमाज पढ़वाइए तभी यह मुल्क बचेगा। ईद पर मुसलमान गिड़गिड़ाकर अल्लाह से गुनाहों की माफी मांगेंगे और हमें उम्मीद है हमारी भीड़ से नुकसान नहीं बल्कि अल्लाह की रहमत होगी।'
मालूम हो कि कोविड—19 महामारी के दौर में आगामी एक अगस्त को पड़ रही बकरीद के लिये जानवरों की मंडियां मुकम्मल तरीके से नहीं लग पा रही हैं। हालांकि सरकार ने बकरीद की नमाज के सिलसिले में कोई दिशानिर्देश नहीं जारी किया है, लेकिन माना जा रहा है कि ईद की ही तरह बकरीद की नमाज भी मस्जिद में पांच लोगों की जमात से ही होगी। बाकी लोग अपने—अपने घरों में नमाज अदा करेंगे।