राजस्थान में पंचायत चुनावः नए साल में 9,171 सरपंचों और 90,400 वार्ड पंचों के चुनाव, तीन चरण में होंगे मतदान
By भाषा | Updated: December 26, 2019 16:43 IST2019-12-26T16:43:47+5:302019-12-26T16:43:47+5:30
ग्राम पंचायतों में 90400 वार्ड पंचों का चुनाव भी इसके साथ होगा और कुल मिलाकर 3,08,86,519 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। राज्य निर्वाचन विभाग के आयुक्त पीएस मेहरा ने गुरुवार को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की। उन्होंने बताया कि राज्य की 9171 ग्राम पंचायत में चुनाव तीन चरणों में करवाए जाएंगे।

तीसरे चरण में 2243 ग्राम पंचायतों में सरपंचों और 22977 पंचों के लिए 29 जनवरी को मतदान व मतगणना होगी।
राजस्थान में पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। इसके तहत पहले 9,171 ग्राम पंचायतों में सरपंचों के चुनाव तीन चरणों में होंगे।
इन ग्राम पंचायतों में 90400 वार्ड पंचों का चुनाव भी इसके साथ होगा और कुल मिलाकर 3,08,86,519 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। राज्य निर्वाचन विभाग के आयुक्त पीएस मेहरा ने गुरुवार को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की। उन्होंने बताया कि राज्य की 9171 ग्राम पंचायत में चुनाव तीन चरणों में करवाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि पहले चरण में 3691 ग्राम पंचायतों में सरपंचों और 36047 पंचों के लिए मतदान 17 जनवरी को होगा। इसके लिए सात जनवरी को लोकसूचना जारी की जाएगी। मतगणना मतदान के दिन ही, मतदान समाप्ति के बाद होगी। मेहरा के अनुसार, दूसरे चरण में 3237 ग्राम पंचायतों में सरपंचों और 31376 पंचों के लिए 22 जनवरी को मतदान होगा और उसी दिन मतगणना होगी।
इसके लिए लोकसूचना 11 जनवरी को जारी की जाएगी। वहीं तीसरे चरण में 2243 ग्राम पंचायतों में सरपंचों और 22977 पंचों के लिए 29 जनवरी को मतदान व मतगणना होगी। इसके लिए लोकसूचना 18 जनवरी को जारी की जाएगी। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही संबंधित क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है।
विभाग ने चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के लिए चुनाव खर्च की सीमा भी तय कर दी है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा नियमों में बदलाव के कारण इस इस बार सरपंच पद का चुनाव लड़ने के लिए किसी तरह की शैक्षणिक योग्यता की बाध्यता नहीं है। इन तीन चरणों में कुल 3,08,86,519 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे और 34535 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।