मोदी सरकार 2.0: पूरा होने जा रहा पहला साल, थिंक टैंक लेकर आया है सुशासन का पाठ्यक्रम
By भाषा | Updated: May 22, 2020 20:40 IST2020-05-22T20:40:02+5:302020-05-22T20:40:02+5:30
इस महीने के आखिरी में केंद्र की मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा होने जा रहा है।

कई सेवारत एवं सेवानिवृत्त अधिकारियों के विभिन्न विषयों पर संबोधित करने की उम्मीद है। (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल इस महीने के आखिर में पूरा होने जा रहा है। इस मौके पर सत्तारूढ़ भाजपा से जुड़ा एक थिंक टैंक सुशासन पर पांच दिनों का एक ऑनलाइन पाठ्यक्रम पेश करेगा, जिसमें कई सेवारत एवं सेवानिवृत्त अधिकारियों के विभिन्न विषयों पर संबोधित करने की उम्मीद है।
भाजपा उपाध्यक्ष एवं सांसद विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि यह पाठ्यकम सभी के लिये खुला होगा और दलगत भावना से ऊपर होगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसका लक्ष्य ‘‘सुशासन साक्षरता’’ बढ़ाना है। सहस्रबुद्धे पब्लिक पॉलिसी रिसर्च सेंटर (पीपीआरसी) के प्रमुख भी हैं। वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार ने 2014 में पहली बार सत्ता में आने के बाद से ही सुशासन देने का काम किया।
और अंतिम छोर पर मौजूद व्यक्ति तक इसे पहुंचाने, योजनाओं का दक्षता से क्रियान्वयन करने और इस सिलसिले में प्रौद्योगिकी के उपयोग ने 2019 में इसके सत्ता में फिर से आने में मुख्य भूमिका निभाई। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल 30 मई को पूरा हो रहा है, इसी दिन पीपीआरसी अपना पाठ्यक्रम शुरू करेगा। सहस्रबुद्धे ने कहा कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को रद्द करने सहित भाजपा के वादे को निभाने, प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए समय पर और समन्वित कार्य करने--जैसा कि कोविड-19 से लड़ने में देखा गया और आत्मनिर्भर बनने का आह्वान करना, प्रथम वर्ष की मुख्य उपलब्धियां हैं।
इस पाठ्यक्रम के बारे में उन्होंने कहा कि यह यह अपनी तरह का प्रथम एवं नवोन्मेषी होगा। पीपीआरसी निदेशक सुमीत भसीन ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल और नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत इस पाठ्यक्रम में भाग लेने वालों को संबोधित कर सकते हैं। इसमें कोविड-19 से निपटने में सरकार की कोशिशों को भी रेखांकित किया जाएगा।
आगामी चुनावों पर कोरोना वायरस संकट के प्रभावों के बारे में पूछे जाने पर सहस्रबुद्धे ने कहा कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि इसका क्या असर पड़ेगा। उन्होंने कहा भाजपा सुचारू ढंग से काम करने वाला संगठन है और जब कभी चुनाव की घोषणा होगी, उसके लिये इसकी मशीनरी तैयार है।