एंटीलिया केसः परमबीर सिंह की चिट्ठी पर हंगामा, दिल्ली में शरद पवार से मिलेंगे अनिल देशमुख, अजित पवार और जयंत पाटिल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 21, 2021 12:48 IST2021-03-21T12:35:04+5:302021-03-21T12:48:33+5:30
पूर्व आईपीएस अधिकारी पीके जैन ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर होटलों एवं बार से हर महीने 100 करोड़ रुपये की उगाही करने का निर्देश देने संबंधी आरोप को गंभीर करार दिया है।

राकांपा सदस्य और राज्य के गृह मंत्री देशमुख ने इन आरोपों का खंडन किया है। (file photo)
मुंबईः मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों के बीच राज्य के उप मुख्यमंत्री अजित पवार और राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, पार्टी अध्यक्ष शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास पर रविवार को बैठक करेंगे।
पाटिल ने यह जानकारी दी लेकिन कहा कि बैठक का कार्यक्रम तीन दिन पहले बनाया गया था और इसमें पंढरपुर विधानसभा क्षेत्र में अगले महीने होने वाले उप चुनाव के संबंध में चर्चा की जाएगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को शनिवार को लिखे पत्र में सिंह ने आरोप लगाया है कि अनिल देशमुख, पुलिस अधिकारियों को बार और होटल से प्रतिमाह 100 करोड़ रुपये वसूली के लिए कहते थे।
राकांपा सदस्य और राज्य के गृह मंत्री देशमुख ने इन आरोपों का खंडन किया है। महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री पाटिल ने कहा कि दिल्ली दौरे की योजना तीन दिन पहले बनी थी। उन्होंने कहा, “अगले महीने पंढरपुर विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव होने वाले हैं।
अजित दादा और मैंने उम्मीदवार के चयन और पार्टी की रणनीति पर चर्चा करने के लिए सोलापुर जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने का निर्णय लिया है। इसके बाद हम दिल्ली में पवार साहब से मुलाकात करेंगे और मुंबई लौट आएंगे।” पाटिल ने कहा, “हम दोनों उप चुनाव के बारे में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा करने के लिए पंढरपुर में हैं। इसके बाद हम (पवार से मिलने) दिल्ली जाएंगे।” पंढरपुर में 17 अप्रैल को उप चुनाव होने हैं।
परमबीर के दावों पर रुख स्पष्ट करे कांग्रेस: संजय निरुपम
महाराष्ट्र के पूर्व सांसद संजय निरुपम ने कहा है कि कांग्रेस को मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह के दावे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। सिंह ने दावा किया था कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने पुलिस अधिकारियों को बार और होटल से हर महीने सौ करोड़ रुपये की उगाही करने का निर्देश दिया था।
निरुपम ने ट्वीट किया, ‘‘ परमबीर सिंह जो कह रहे हैं, अगर उसमें सच्चाई है तो माननीय शरद पवार जी से सवाल पूछा जाना चाहिए क्योंकि वर्तमान महाराष्ट्र सरकार को उन्हीं ने बनाया है। क्या कथित तीसरा मोर्चा अंततः यही सब करेगा? कांग्रेस को इस मुद्दे पर रुख स्पष्ट करना चाहिए।”
निरुपम का बयान ऐसे वक्त में आया है जब आईपीएस अधिकारी के “लेटर बम” से शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की महा विकास अघाड़ी सरकार पर पहले ही दबाव है। निरुपम पहले शिवसेना में थे और वह 2005 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे आठ पन्नों के पत्र में सिंह ने आरोप लगाया था कि देशमुख पुलिस अधिकारियों को अपने आधिकारिक आवास पर बुलाते थे और उन्हें बार, रेस्तरां और उन्य जगहों से वसूली के लिए कहते थे। देर रात मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया था कि उक्त पत्र सिंह की आधिकारिक ईमेल आईडी से नहीं भेजा गया था। इसके बाद सिंह ने अपनी ओर से इस बात की पुष्टि की, कि पत्र उन्होंने ही ईमेल किया है और उनके हस्ताक्षर वाली उसकी एक प्रति शीघ्र ही सरकार के पास पहुंचेगी।
परमबीर सिंह के पत्र पर अमृता फड़नवीस ने कहा, अभी चीजें दूर तक जाएंगी
भाजपा नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने शनिवार को संकेत दिया कि राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों के दूरगामी नतीजे होंगे।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘जिस तरह से चीजें शुरू हुई हैं, यह दूर तक जाएंगी। राजा को बचाने के लिए आखिर कितनों को बलि देनी होगी।’’ मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने शनिवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख चाहते हैं कि पुलिस अधिकारी हर महीने बार और होटलों से कम से कम 100 करोड़ रुपये की वसूली करें। हालांकि, देखमुख ने इस आरोप को खारिज कर दिया है।