मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही एक्शन में दिख रहे हैं कमलनाथ, अधिकारियों से की वन-टू-वन चर्चा
By राजेंद्र पाराशर | Updated: December 18, 2018 19:25 IST2018-12-18T19:25:32+5:302018-12-18T19:25:32+5:30
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अधिकारियों द्वारा लाए गए प्रजेंटेशन को देखा और साफ कहा कि कांग्रेस के वचन पत्र में जो भी वचन दिए गए हैं, उसका पालन जरुरी है। हमें उन वचनों को पूरा करना है।

मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही एक्शन में दिख रहे हैं कमलनाथ, अधिकारियों से की वन-टू-वन चर्चा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद आज दूसरे दिन कमलनाथ ने मंत्रायल में अधिकारियों से सीधी चर्चा की और विभाग की उपयोगिता की जानकारी मांगी। कुछ विभागों के बारे में तो उन्होंने यह भी पूछ लिया कि इसकी उपयोगिता क्या है, क्या इसमें बदलाव किया जाए या फिर समाप्त ही कर दिया जाए।
मुख्यमंत्री बनने के बाद आज दूसरे दिन भी कमलनाथ ने सक्रियता दिखाई। उनके निशाने पर प्रदेश के नौकरशाह ही नजर आ रहे हैं। उनकी सक्रियता को देख अधिकारियों में भी खलबली से मची हुइ है। हालांकि आज उन्होंने अपर सचिव और प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों से चर्चा की और विभाग के बारे में जानकारी हासिल की।
कमलनाथ ने अधिकारियों द्वारा लाए गए प्रजेंटेशन को देखा और साफ कहा कि कांग्रेस के वचन पत्र में जो भी वचन दिए गए हैं, उसका पालन जरुरी है। हमें उन वचनों को पूरा करना है। कमलनाथ अफसरों से एक एक कर मुलाकात करते रहे। शुरूआत सभी विभागों के प्रमुख सचिवों से की। उन्होंने सबसे पहले सीनियर आईएएस अधिकारियों प्रभांशु कमल, सलीना सिंह और राधेश्याम जुलानिया से चर्चा की। बाकी प्रमुख से भी चर्चा की। उससे पहले मुख्य सचिव बी।पी।सिंह ने कमलनाथ से मुलाकात की थी।
सिंह ने समान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों से आनंद विभाग को लेकर भी चर्चा की। साथ ही इस विभाग की उपयोगिता के बार में भी जानकारी ली। इसके अलावा कुछ अन्य विभागों के अधिकारियों से भी उन्होंने पूछा कि विभाग की उपयोगिता क्या है। इसमें बदलाव की जरुरत है या फिर इसे बंद किया जाना चाहिए।
कमलनाथ की सक्रियता से अधिकारियों में चिंता भी बढ़ी है। बैठक में प्रशासनिक सर्जरी और सरकारी खर्चों में कटौती पर चर्चा हुई। अधिकारियों से विभाग को रोडमैप बनाने के लिए कहा जा गया है। साथ ही इस बात के कयास भी लगने लगे हैं कि प्रदेश में बड़े प्रशासनिक फेरबदल के कयास लगाए जा रहे हैं।