सरकार गिरने के खतरे के बीच विक्ट्री साइन दिखाते हुए CM कमलनाथ पहुंचे राज्यपाल से मिलने, कार से हाथ दिखाकर जताया भरोसा
By पल्लवी कुमारी | Updated: March 13, 2020 11:38 IST2020-03-13T11:38:12+5:302020-03-13T11:38:12+5:30
कांग्रेस के बागी विधायकों के त्यागपत्र से पहले प्रदेश कांग्रेस 114 विधायकों की संख्या के साथ कमजोर बहुमत पर खड़ी थी। राज्य में फिलहाल विधानसभा की कुल 228 सीटें हैं। कांग्रेस सरकार को चार निर्दलीय, बसपा के दो और सपा के एक विधायक का भी समर्थन हासिल है। प्रदेश विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 107 है।

तस्वीर स्त्रोत- ANI ट्विटर हैंडल
भोपाल:मध्य प्रदेश में सरकार गिरने के खतरे के बीच सीएम कमलनाथ ने विक्ट्री साइन दिखाते हुए राज्यपाल लालजी टंडन के आवास पर पहुंचे हैं। राज्यपाल लालजी टंडन के आवास पर पहुंचते वक्त उन्होंने मीडिया को दिखाकर विक्ट्री साइन (V Sing) दिखाया। विक्ट्री साइन का मतलब जीत का प्रतीक होता है। राज्यपाल लालजी टंडन आज (13 मार्च) ही भोपाल लौटे हैं। सीएम कमलनाथ उनसे मिलने पहुंच गए हैं। कमलनाथ ने राज्यपाल को एक पत्र सौंपा जिसमें बीजेपी द्वारा विधायकों पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया गया है और राज्यपाल से अनुरोध किया गया कि वे 'बेंगलुरु में कैद में रखे गए विधायकों की रिहाई' सुनिश्चित करें
कमलनाथ और राज्यपाल के बीच आज सुबह 11 बजे राजभवन में मुलाकात का समय तय था। मौजूदा राजनीतिक हालात के बीच सीएम कमलनाथ की राज्यपाल से मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। विधानसभा का सत्र 16 मार्च से है। बीजेपी राज्यपाल के अभिभाषण से पहले फ्लोर टेस्ट की मांग कर रही है।
Madhya Pradesh Chief Minister Kamal Nath shows victory sign as he arrives at Raj Bhavan in Bhopal to meet Governor Lalji Tandon. pic.twitter.com/VWTgQHgrXV
— ANI (@ANI) March 13, 2020
बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया अभी भोपाल में हैं। वह आज को विधानसभा जाकर राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगे। ज्योतिरादित्य सिंधिया के नजदीकी 22 विधायकों के इस्तीफों से मध्य प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस गिरने की कगार पर पहुंच गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 10 मार्च को कांग्रेस से इस्तीफा दिया और 11 मार्च को भाजपा (BJP) में शामिल हुए हैं।