उद्धव सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी, राज ठाकरे बोले-राम मंदिर ‘भूमि पूजन’ को टाला जा सकता था
By भाषा | Updated: July 31, 2020 17:46 IST2020-07-31T17:46:38+5:302020-07-31T17:46:38+5:30
ठाकरे ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि ये सरकार लंबे समय तक चलेगी ... यह मेरी इच्छा नहीं है कि इसे गिरना चाहिए। लेकिन सरकार, जिसमें कोई एकता नहीं है (सत्तारूढ़ साझेदारों के बीच) और जो एक दूसरे से विचार-विमर्श नहीं करते हैं , वो लंबे समय तक नहीं चलेगी।’’

महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी, क्योंकि सत्तारूढ़ सहयोगियों के बीच एकता का अभाव है। (file photo)
मुंबईः महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के गठबंधन वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी, क्योंकि सत्तारूढ़ सहयोगियों के बीच एकता का अभाव है।
उन्होंने कोविड-19 पर कहा कि बीमारी के बारे में लोगों के मन में जो भय है, उसे दूर करना आवश्यक था। ठाकरे ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि ये सरकार लंबे समय तक चलेगी ... यह मेरी इच्छा नहीं है कि इसे गिरना चाहिए। लेकिन सरकार, जिसमें कोई एकता नहीं है (सत्तारूढ़ साझेदारों के बीच) और जो एक दूसरे से विचार-विमर्श नहीं करते हैं , वो लंबे समय तक नहीं चलेगी।’’
उन्होंने एक मराठी समाचार चैनल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यह टिप्पणी की। महामारी के दौरान मास्क पहनने पर उनकी राय के बारे में पूछे जाने पर ठाकरे ने कहा, ‘‘इसकी आवश्यकता नहीं है।’’ मनसे नेता ने याद करते हुए कहा कि मीडिया ने उनसे सवाल पूछे थे, जब कोविड-19 स्थिति पर चर्चा के लिए गत मई में मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई सर्व-दलीय बैठक में शामिल होने के दौरान उन्होंने मास्क नहीं पहना था। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने (बैठक के दौरान) मास्क नहीं पहना था और इसके बाद भी ऐसा कभी नहीं किया।’’ हालांकि ठाकरे ने कहा कि बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए और स्वच्छता को बनाये रखना चाहिए।
कोविड- 19 के मद्देनजर राम मंदिर ‘भूमि पूजन’ को अभी टाला जा सकता था : राज ठाकरे
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 संकट के मद्देनजर अयोध्या में राम मंदिर के लिए अभी ‘भूमि पूजन’ कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता नहीं थी और इसे स्थिति सामान्य होने के बाद आयोजित किया जा सकता था।
राम मंदिर के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम पांच अगस्त को आयोजित किया जा रहा है। ठाकरे ने ‘ई- भूमि पूजन’ के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सुझाव को भी खारिज कर दिया और कहा कि भूमि पूजन का कार्यक्रम बड़े उत्साह के साथ आयोजित किया जाना चाहिए।
मनसे प्रमुख ने मराठी समाचार चैनल से कहा, ‘‘ इस समय भूमि-पूजन की आवश्यकता नहीं थी क्योंकि अभी लोगों की मानसिक स्थिति बिल्कुल अलग है। स्थिति सामान्य होने पर इसे दो महीने बाद भी किया जा सकता था। तब लोग इस कार्यक्रम का आनंद भी उठा पाते।’’
श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास ने अयोध्या में भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया है। न्यास के सदस्यों के अनुसार, राम मंदिर का निर्माण शुरू करने के वास्ते भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री के पांच अगस्त को अयोध्या का दौरा करने की उम्मीद है।