Maharashtra ki khabar: एमएलसी पर रार जारी, महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने एक बार फिर राज्यपाल से ठाकरे को मनोनीत करने को कहा
By भाषा | Updated: April 27, 2020 21:04 IST2020-04-27T21:04:32+5:302020-04-27T21:04:32+5:30
महाराष्ट्र में राजनीति गतिरोध जारी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे किसी भी सदन में सदस्य नहीं हैं। 28 मई को उनका कार्यकाल 6 महीने का पूरा हो जाएगा। इससे पहले उन्हें किसी भी सदन के सदस्य होना जरूरी है।

अब तक वह राज्य विधानसभा अथवा परिषद के सदस्य नहीं हैं। (file photo)
मुंबईः महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर दबाव बनाते हुए राज्य मंत्रिमंडल ने सोमवार को एक बार फिर उनसे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) मनोनीत करने को कहा।
ठाकरे ने पिछले साल 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद संभाला था और उन्हें पद पर बने रहने के लिए एक महीने के भीतर ही विधानमंडल का सदस्य बनना होगा। अब तक वह राज्य विधानसभा अथवा परिषद के सदस्य नहीं हैं।
उप मुख्यमंत्री अजित पवार की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में फैसला लिया गया कि कोश्यारी से परिषद में राज्यपाल की ओर से मनोनीत किए जाने वाले दो सदस्यों में से एक सदस्य के तौर पर ठाकरे को मनोनीत किए जाने की सिफारिश की जाए। इससे पहले भी इस महीने की शुरुआत में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद राज्यपाल से ऐसा ही निवेदन किया गया था।
कोरोना वायरस महामारी के कारण सभी चुनाव टाले जाने की वजह से ठाकरे चुनाव लड़कर विधायक नहीं बन पाए हैं। ठाकरे को विधान परिषद में मनोनीत करने को लेकर अब तक कोश्यारी ने मंजूरी नहीं दी है। ऐसे में शिवसेना सांसद संजय राउत ने देरी को लेकर पार्टी के मुखपत्र सामना में लिखे लेख में रविवार को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व पर निशाना साधा था।