'अभी 24 घंटे भी नहीं हुए हैं, नरेंद्र मोदी और शाह ने सिंधिया को अपमानित करना शुरू भी कर दिया!'- कांग्रेस ने किया दावा
By पल्लवी कुमारी | Updated: March 12, 2020 09:53 IST2020-03-12T09:53:47+5:302020-03-12T09:53:47+5:30
मध्य प्रदेश के सियासी तूफान के केंद्र में 49 वर्षीय ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। वह ग्वालियर के तत्कालीन शाही परिवार से आते हैं और उनके परिवार के संबंध कांग्रेस और बीजेपी दोनों से रहे हैं।

Jyotiraditya Madhavrao Scindia (FILE PHOTO)
भोपाल: लंबे समय तक कांग्रेस के नेता रहे ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से आज (12 मार्च) ट्वीट करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया और पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। एमपी कांग्रेस ने लिखा है सिंधिया के स्वागत में पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का एक ट्वीट तक नहीं आया है। कांग्रेस का दावा है कि ये सिंधिया का अपमान है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा है, ''नरेंद्र मोदी जी या अमित शाह जी द्वारा सिंधिया जी के स्वागत में एक ट्वीट तक नहीं..! मोदी/शाह जी, —कम से कम इतनी जल्दी तो ऐसा मत करो ! अभी तो 24 घंटे भी नहीं हुये और आप लोगों ने अपमानित करना शुरू भी कर दिया..! महाराज हैं ! वही महाराज जिनके इतिहास का ज़िक्र शिवराज जी खूब करते हैं।''
नरेंद्र मोदी जी या अमित शाह जी द्वारा सिंधिया जी के स्वागत में एक ट्वीट तक नहीं..!
— MP Congress (@INCMP) March 12, 2020
मोदी/शाह जी,
—कम से कम इतनी जल्दी तो ऐसा मत करो !
अभी तो 24 घंटे भी नहीं हुये और आप लोगों ने अपमानित करना शुरू भी कर दिया..!
महाराज हैं ! वही महाराज जिनके इतिहास का ज़िक्र शिवराज जी खूब करते हैं। pic.twitter.com/nGM64j0dV5
मध्य प्रदेश: बीजेपी में शामिल होते ही कमलनाथ सरकार पर संकट
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होते ही मध्य प्रदेश सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। दोनों पार्टियों ने अपने-अपने विधायकों को राज्य की राजधानी से दूर भेज दिया है। सिंधिया के नजदीकी 22 विधायकों के इस्तीफों से मध्य प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस गिरने की कगार पर पहुंच गई है। कांग्रेस ने अपने करीब 90 विधायकों को जयपुर के पास एक रिजॉर्ट में भेज दिया, वहीं राज्य में विपक्षी दल बीजेपी ने अपने विधायकों को गुरूग्राम के एक लग्जरी होटल भेज दिया है। इस बीच इस्तीफा देने वालों में से 19 को बेंगलुरु में एक होटल में रखा गया है। इनके इस्तीफे बीजेपी विधानसभाध्यक्ष के पास लेकर गई थी।
संख्या बल को लेकर प्रयास तेज होने और ‘मित्र राज्यों’ में रिजॉर्ट राजनीति तेज होने के बीच सिंधिया बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा की मौजूदगी में भाजपा में औपचारिक रूप से शामिल हो गए और कहा कि देश का भविष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में सुरक्षित है। विधायकों को जिन राज्यों में रखा गया है उनमें से राजस्थान में कांग्रेस सत्ता में है जबकि हरियाणा और कर्नाटक में बीजेपी की सरकारें हैं।
मध्य प्रदेश के सियासी तूफान के केंद्र में 49 वर्षीय ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। वह ग्वालियर के तत्कालीन शाही परिवार से आते हैं और उनके परिवार के संबंध कांग्रेस और बीजेपी दोनों से रहे हैं। सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया कांग्रेस में थे, उनकी दादी विजया राजे सिंधिया बीजेपी की संस्थापक सदस्यों में से एक थीं और उनकी बुआ यशोधरा राजे सिंधिया और वसुंधरा राजे सिंधिया बीजेपी की सक्रिय सदस्य हैं।