MP Taza Khabar: भोपाल में भव्य स्वागत के बाद आज राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे ज्योतिरादित्य सिंधिया, तीसरी सीट के लिए फंसा है पेंच
By रामदीप मिश्रा | Updated: March 13, 2020 10:00 IST2020-03-13T09:45:47+5:302020-03-13T10:00:19+5:30
राज्यसभा चुनावः मध्य प्रदेश में कांग्रेस-बीजेपी दोनों पार्टियां विधायकों के संख्या बल के आधार पर आसानी से अपने एक-एक प्रत्याशियों को राज्यसभा भेज सकती हैं। जबकि तीसरी सीट के लिए कांग्रेस को बढ़त मिलती दिख रही थी, लेकिन 22 विधायकों के विधानसभा से इस्तीफे के साथ संख्याबल के इस खेल में अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गई है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया (फाइल फोटो)
राज्यसभा चुनाव के लिए आज नामांकन का आखिरी दिन है। कांग्रेस से बीजेपी में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया अपना नामांकन दाखिल करेंगे। उनका बीते दिन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बीजेपी ने भव्य स्वागत किया है। बताया जा रहा है कि वह भोपाल में दोपहर करीब दो बजे अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार, नामांकन दाखिल करने से पहले ज्योतिरादित्य भोपाल में बीजेपी ऑफिस जाएंगे, जिसके बाद वह नामांकन दाखिल करेंगे। राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मध्य प्रदेश में होने वाले चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच दिलचस्प लड़ाई देखने को मिलेगी, जहां कांग्रेस के कम से कम 22 विधायकों के बगावत के चलते कमलनाथ सरकार का भविष्य अधर में लटक गया है। वहीं, राज्य में तीन सीटों के लिए दोनों पार्टियों ने दो-दो प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं।
दोनों पार्टियां विधायकों के संख्या बल के आधार पर आसानी से अपने एक-एक प्रत्याशियों को राज्यसभा भेज सकती हैं। जबकि तीसरी सीट के लिए कांग्रेस को बढ़त मिलती दिख रही थी, लेकिन 22 विधायकों के विधानसभा से इस्तीफे के साथ संख्याबल के इस खेल में अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गई है।
इस्तीफा देने वाले अधिकतर विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं, जिन्होंने कांग्रेस से मंगलवार को इस्तीफा देने के बाद बुधवार को बीजेपी की सदस्यता ले ली। राज्य की 228 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या आधिकारिक रूप से 114 है, जबकि पार्टी को चार निर्दलीय, दो बहुजन समाज पार्टी और एक विधायक का समर्थन भी हासिल है।
बेंगलुरु में डेरा डाले अगर 22 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाता है या राज्यसभा चुनाव में मतदान के दौरान वे अनुपस्थित रहते हैं तो विधानसभा में सदस्यों की संख्या 206 रह जाएगी। ऐसी स्थिति में कांग्रेस के पास सिर्फ 92 सदस्य होंगे, जबकि बीजेपी के खेमें में 107 विधायक होंगे। उम्मीद है कि बीजेपी के सिंधिया और कांग्रेस के दिग्विजय सिंह आसानी से जीत दर्ज कर लेंगे क्योंकि वे संभवत: अपनी-अपनी पार्टियों की पहली पसंद है।
तीसरी सीट के लिए बीजेपी के सुमेर सिंह सोलंकी और कांग्रेस के फूल सिंह बरैया के बीच मुकाबला होगा। सोलंकी की उम्मीदवारी की घोषणा मंगलवार को की गई और वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े रहे हैं। वह संघ की विभिन्न योजनाओं के तहत राज्य के आदिवासी इलाकों में काम कर रहे हैं।