महंगा पेट्रोल और बढ़ते दाम, जनता को लूटे सरकार खुलेआम, राहुल गांधी ने केंद्र पर बोला हमला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 25, 2020 16:56 IST2020-08-25T16:39:47+5:302020-08-25T16:56:35+5:30
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था की स्थिति एवं बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि छवि सुधारने में सरकारी पैसे का उपयोग किया जा रहा है।

राहुल लगातार सरकार पर हमला कर रहे हैं। (file photo)
नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा कि महंगा पेट्रोल और बढ़ते दाम, जनता को लूटे सरकार खुलेआम। राहुल लगातार सरकार पर हमला कर रहे हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था की स्थिति एवं बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि छवि सुधारने में सरकारी पैसे का उपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘‘आर्थिक गिरावट, बेरोजगारी, चीनी आक्रमकता है। सरकार करदाताओं का पैसा छवि सुधारने पर लगा रही है।’’ उधर, कांग्रेस ने यह भी कहा कि सरकार को अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार और रोजगार सृजन के लिए अपनी योजना के बारे में देश को बताना चाहिए।
महँगा पेट्रोल और बढ़ते दाम,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 25, 2020
जनता को लूटे सरकार खुलेआम।https://t.co/oxVqr5YOWi
असंगठित अर्थव्यवस्था पर चोट के कारण बढ़ेगी बेरोजगारी: राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश में असंगठित अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाने का काम किया है, इसलिए आने वाले समय में लोगों को बड़ी संख्या में बेरोजगारी का सामना करना पड़ेगा।
गांधी ने कहा, ‘‘हिंदुस्तान में दो तरह की अर्थव्यवस्था है। एक संगठित अर्थव्यवस्था जिसमें बड़ी-बड़ी कंपनियां शामिल हैं। दूसरी असंगठित अर्थव्यवस्था जिसमें किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार, छोटे-मझोले उद्योग और लाखों, करोड़ों गरीब लोग हैं। जहां भी कांग्रेस की सरकार होती है हम इन दोनों अर्थव्यवस्थाओं में संतुलन बनाने का काम करते हैं।’’
उन्होंने कहा कि इसमें संतुलन की इसलिए जरूरत है क्योंकि यह हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था के ‘शॉक आब्जर्वर’ का काम करता है। कभी भी मंदी आ जाए या किसी भी प्रकार से परेशानी आ जाए तब असंगठित अर्थव्यवस्था उसे संभाल लेती है। लेकिन पिछले छह वर्षों के दौरान केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इस असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण किया है क्योंकि इस असंगठित अर्थव्यवस्था में पैसा है और नरेंद्र मोदी उस पैसे को बड़े उद्योगों के हवाले करना चाहते हैं।
गांधी ने कहा, ‘‘असंगठित अर्थव्यवस्था पर सबसे पहला आक्रमण प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नोटबंदी करके किया गया। लोगों से बैंक में पैसा जमा कराया गया और उस पैसे से उन्होंने अपने 10—15 मित्रों का कर्ज माफ करने का काम किया। उसके बाद गलत जीएसटी लाया गया। यह भी असंगठित अर्थव्यवस्था को नष्ट करने का तरीका है।