दिल्ली की हिंसा ने दुनिया में भारत की साख पर लगाया बट्टा : राहुल गांधी
By शीलेष शर्मा | Updated: March 5, 2020 01:32 IST2020-03-05T01:32:29+5:302020-03-05T01:32:29+5:30
राहुल ने मीडिया से बात करते हुए टिप्पणी की कि वो लोग जो हिंसा की राजनीति में विश्वास रखते है, उन्होंने भारत के प्यार और भाई-चारे की संस्कृति को राख किया है. सच तो यह है कि भारत की प्रतिष्ठा को ही जला दिया गया. सरकार संसद में चर्चा नहीं कराना चाहती और लोगों को बांटने में जुटी है. ऐसी हिंसा से भारत माता का भला होने वाला नहीं है, हिन्दुस्तान तभी आगे बढ़ सकता है जब हम एक-दूसरे को जोड़ने का काम करें.

कांग्रेस नेता और वायनाड सांसद राहुल गांधी। (फाइल फोटो)
दिल्ली की हिंसा को लेकर संसद में चर्चा कराने की मांग पूरी होती ना देख कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सड़कों पर उतरने का फैसला किया. उन्होंने पार्टी सांसदों के साथ उन क्षेत्रों का दौरा किया जो हिंसा की आग में जल कर राख हो गए और बड़ी संख्या में लोगों को काल के गाल में धकेल दिया. बृजपुरी पहुंचकर राहुल ने भाजपा पर सीधा हमला बोला यह कहते हुए कि हिन्दुस्तान को बांटा जा रहा है, स्कूलों को हिंसा और नफरत की आग में जलाया गया. राहुल का मानना था कि इस तरह की हिंसा से देश की छवि को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गहरी चोट पहुंची है.
केरल भवन से बस में अपने सांसद साथियों के साथ राहुल बृजपुरी और चांद बाग के लिए निकले थे. इन दोनों क्षेत्रों का दौरा करने के बाद जब वे आगे बढ़ रहे थे तो दिल्ली पुलिस ने उन्हें रोक दिया और सलाह दी कि उन्हें अपनी यात्रा यही समाप्त करनी होगी तथा वापस लौटना होगा. राहुल ने दिल्ली पुलिस की सलाह को मानते हुए अपनी यात्रा को इन दो क्षेत्रों का दौरा करने के बाद विराम दिया.
इस बीच उन्होंने उस जले हुए स्कूल और मस्जिद का दौरा किया जिसे दंगाईयों ने हिंसा की भेंट चढ़ाया था. राहुल ने उन लोगों से भी मुलाकात की जो दंगा से प्रभावित हुए थे और जिनके परिवारों में जान-माल का नुकसान हुआ है. राहुल ने भरोसा दिया कि कांग्रेस पूरी ताकत से इस लड़ाई को लड़ेगी और संसद से सड़क तक न्याय की मांग उठाएगी.
राहुल ने मीडिया से बात करते हुए टिप्पणी की कि वो लोग जो हिंसा की राजनीति में विश्वास रखते है, उन्होंने भारत के प्यार और भाई-चारे की संस्कृति को राख किया है. सच तो यह है कि भारत की प्रतिष्ठा को ही जला दिया गया. सरकार संसद में चर्चा नहीं कराना चाहती और लोगों को बांटने में जुटी है. ऐसी हिंसा से भारत माता का भला होने वाला नहीं है, हिन्दुस्तान तभी आगे बढ़ सकता है जब हम एक-दूसरे को जोड़ने का काम करें.
राहुल गांधी के साथ के.सी.वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, गोरव गोगोई सहित दूसरे नेता थे. इस मौके पर साथ गए लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन ने कहा कि कितने दुर्भाग्य की बात है कि दिल्ली जलती रही और गृह मंत्री अमित शाह आज तक उन इलाकों में नहीं गए जो हिंसा से प्रभावित है.
सूत्र बताते है कि राहुल की इस यात्रा के बाद अब प्रियंका गांधी हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगी वे बृजपुरी और चांदबाग तक सीमित नहीं रहेगी बल्कि उन सभी क्षेत्रों में जाएगी जहां विभिन्न संप्रदायों के लोग इस हिंसा से प्रभावित हुए है.